रिलायंस ग्रुप की कंपनी रिलायंस पावर के शेयर पिछले एक साल से निवेशकों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं। इस अवधि में कंपनी के शेयरों ने करीब 90% की उछाल दर्ज की है, जिससे निवेशकों का विश्वास और भी मजबूत हुआ है। मंगलवार को कंपनी के शेयर 28.80 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे, जो कि एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
हाल ही में रिलायंस पावर ने अपने सभी लेंडर्स का बकाया कर्ज चुका कर खुद को कर्जमुक्त घोषित किया है। कंपनी पर करीब 800 करोड़ रुपये का कर्ज था, जिसे अब पूरी तरह से चुका दिया गया है। कर्जमुक्त होने से कंपनी की वित्तीय स्थिति और भी मजबूत हो गई है, जिससे भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
रिलायंस पावर 5 साल में 7 गुना रिटर्न,जानते हैं इसके बारे में
रिलायंस पावर के शेयरों ने पिछले पांच सालों में निवेशकों को चौंका दिया है। इस अवधि में, कंपनी ने 7 गुना से अधिक रिटर्न दिया है। 2018 में 4 रुपये प्रति शेयर की कीमत वाले रिलायंस पावर के शेयर अब 28.80 रुपये पर पहुंच चुके हैं।
चॉइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक सुमीत बगाड़िया ने हाल ही में कंपनी के शेयरों पर 34 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है और इसे खरीदने की सिफारिश की है। रिलायंस पावर एसएंडपी बीएसई स्मॉलकैप का एक महत्वपूर्ण घटक है और इसका मार्केट कैप 11,295.72 करोड़ रुपये है।
पिछले एक महीने में इसके शेयरों में 12.6% की बढ़ोतरी देखी गई है और साल दर साल 17.54% का रिटर्न दिया है। मार्च 2020 में इस शेयर की कीमत मात्र 1.20 रुपये थी और वर्तमान में यह 2700% की बढ़ोतरी के साथ 28.80 रुपये पर पहुंच चुका है। पिछले तीन सालों में इसमें 99% और पिछले साल में 147% की बढ़ोतरी हुई है।
आइए जानते हैं कंपनी के बारे में
रिलायंस पावर, पूर्व में रिलायंस एनर्जी जेनरेशन लिमिटेड (आरईजीएल), रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस कंपनी की स्थापना भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में बिजली परियोजनाओं के विकास, निर्माण, संचालन और रख रखाव के उद्देश्य से की गई थी।
रिलायंस पावर को रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एडीए समूह का समर्थन प्राप्त है, जो इसे ऊर्जा क्षेत्र में और अधिक मजबूती प्रदान करते हैं।रिलायंस पावर ने समय-समय पर अपने निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए हैं और ऊर्जा क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी की परियोजनाएं देशभर में फैली हुई हैं और यह निरंतर विस्तार की दिशा में अग्रसर है।
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