मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि देश में 50 नई अमृत भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में रेलवे चार गैर-एसी अमृत भारत ट्रेनें चला रहा है, जिनमें उन्नत सुविधाओं का समावेश है। रेलवे की अमृत भारत सेवाएं आधुनिक तकनीक और बेहतर सुविधाओं से लैस हैं। इनमें झटका मुक्त यात्रा, स्लाइडिंग खिड़कियां, फोल्डेबल स्नैक टेबल, और बोतल तथा मोबाइल रखने के लिए होल्डर जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
अमृत भारत ट्रेनें यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई हैं। इन ट्रेनों में सफर करते समय यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा। झटका मुक्त यात्रा की सुविधा यात्रियों को बिना किसी रुकावट के यात्रा का आनंद लेने का अवसर देती है। स्लाइडिंग खिड़कियों के जरिए ताजगी भरी हवा का आनंद लिया जा सकता है, जबकि फोल्डेबल स्नैक टेबल यात्रियों को अपने स्नैक्स रखने की सुविधा प्रदान करती है।
अमृत भारत ट्रेनें: यात्रियों के लिए नई सुविधाएं
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में जानकारी दी कि अमृत भारत सेवाएं पूरी तरह से गैर-एसी ट्रेनें हैं, जिनमें 12 स्लीपर क्लास कोच और 8 सामान्य श्रेणी के कोच शामिल हैं। ये ट्रेनें यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान कर रही हैं। वर्तमान में 4 अमृत भारत सेवाएं चल रही हैं, जिनमें से 15557/15558 दरभंगा-आनंद विहार (टी) अमृत भारत एक्सप्रेस सीतामढी, रक्सौल, नरकटियागंज, गोरखपुर और लखनऊ के रास्ते से गुजरती है।
इन अमृत भारत एक्सप्रेस सेवाओं के शुरू होने से यात्रियों को आवागमन में काफी सहूलियत मिली है। आधुनिक सुविधाओं और उन्नत तकनीक के साथ, ये ट्रेनें यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान कर रही हैं। रेलवे ने यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इन ट्रेनों में उन्नत सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं, जिससे उनकी यात्रा और भी सुखद हो सके।
अमृत भारत ट्रेनें रेलवे की एक महत्वपूर्ण पहल है, जो यात्रियों को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं और बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ये ट्रेनें यात्रियों के लिए एक नई सौगात साबित हो रही हैं, जिससे उन्हें अपनी यात्रा के दौरान उच्च स्तर की आरामदायक और सुरक्षित सुविधाएं मिल रही हैं।
रेलवे का नया कदम: 50 अतिरिक्त अमृत भारत ट्रेनें और कवच 4.0
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि सरकार ने 50 अतिरिक्त अमृत भारत ट्रेनों का ऑर्डर दिया है। इन ट्रेनों में 14 नए सुधार किए जा रहे हैं, जिससे यात्रियों को और भी बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। इसके साथ ही, सरकार ने 17 जुलाई 2024 को कवच 4.0 पर निर्णय लिया है। इस योजना के तहत विश्वविद्यालयों में इंजीनियरों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
कवच 4.0 को 9000 किलोमीटर के रूट पर लागू करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय कोविड-19 के बाद 3000 किलोमीटर के रूट पर पहले ट्रायल के अनुभव के आधार पर लिया गया है। कवच प्रणाली को 2019 में सुरक्षा और प्रमाणीकरण मिला था, जिससे यह साबित हुआ कि यह प्रणाली रेलवे सुरक्षा के मानकों को पूरा करती है।
रेलवे की यह पहल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अतिरिक्त अमृत भारत ट्रेनों और कवच 4.0 के लागू होने से रेलवे की सेवाएं और भी उन्नत और सुरक्षित हो जाएंगी। इस नई योजना से यात्रियों को न केवल बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा बल्कि उनकी सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी। रेलवे की यह पहल देश के परिवहन क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बदलाव ला सकती है।
क्या है ‘कवच’ तकनीक? जानिए इसके फायदे
‘कवच’ एक अत्याधुनिक टक्कर रोधी तकनीक है जिसे भारतीय रेलवे ने दुर्घटनाओं को शून्य पर लाने के उद्देश्य से विकसित किया है। यह तकनीक रेलवे को अपने सुरक्षा मानकों को ऊंचा करने में मदद करेगी। अगर दो ट्रेनें एक ही ट्रैक पर आ भी जाएं तो ‘कवच’ की तकनीक सुनिश्चित करती है कि एक निश्चित दूरी पर दोनों ट्रेनें खुद-ब-खुद रुक जाएंगी, जिससे टक्कर की संभावना समाप्त हो जाएगी।
इस तकनीक की खासियत यह है कि अगर दो ट्रेनें पूर्ण रफ्तार में आमने-सामने आ भी जाएं, तो भी टक्कर नहीं होगी। लाल सिग्नल पार होते ही ट्रेन में अपने आप ब्रेक लग जाएगा। इतना ही नहीं, ‘कवच’ तकनीक के तहत अगले 5 किलोमीटर के दायरे में सभी ट्रेनें बंद हो जाएंगी, जिससे सुरक्षा का स्तर और भी बढ़ जाएगा। इसके साथ ही पीछे से आने वाली ट्रेन को भी ‘कवच’ तकनीक सुरक्षित रखेगी।
रेलवे की यह पहल यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है और दुर्घटनाओं को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘कवच’ तकनीक से ट्रेन संचालन में उन्नति होगी और यात्रियों को एक सुरक्षित और भरोसेमंद यात्रा का अनुभव मिलेगा। इस तकनीक का उपयोग भारतीय रेलवे के सुरक्षा मानकों को नई ऊंचाईयों पर ले जाएगा और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।