किसानों के लिए सोलर प्लांट्स का इंस्टॉलेशन कराने की प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं यानी पीएम कुसुम योजना, एक बड़ी राहत हो सकती है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर प्लांट्स लगाने के लिए आर्थिक सहायता और तकनीकी सहायता प्रदान की जाएगी। इससे न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि यह उनके ऊर्जा संक्रांति में भी मदद करेगा।
हालांकि, इस योजना के बारे में इंटरनेट पर जानकारी ढूंढते समय सावधान रहना जरूरी है। कुछ ठग लोग इस अवसर का फायदा उठाकर फर्जी वेबसाइटों के माध्यम से लोगों को धोखा दे रहे हैं। इसलिए, सरकार ने किसानों को इस तरह की धोखाधड़ी से बचने के लिए चेतावनी जारी की है।
किसानों के लिए यह जरूरी है कि वे केवल सरकारी वेबसाइटों या मान्यता प्राप्त स्रोतों से ही योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करें। अगर कोई वेबसाइट अनियमित या अविश्वासी लगती है, तो उस पर भरोसा न करें।
कैसे करते हैं भारत सरकार का लोगो लगाकर लोगों को गुमराह
किसानों की आर्थिक सुधार और सोलर ऊर्जा के प्रयोग को बढ़ावा देने के नाम पर ठगी करने वाले दल इस समय अपनी चालें बढ़ा रहे हैं। इन ठगों का मास्टर स्ट्रोक यह है कि वे भारत सरकार के लोगों का लोगो और सत्यमेव जयते का प्रयोग करते हुए गुमराह करने की कोशिश करते हैं। ऐसे मामलों में किसानों को सतर्क रहना बेहद आवश्यक है।
ठगों का एक सामान्य तरीका है कि वे किसानों को खुद को भारत सरकार के एक आधिकारिक योजना का प्रतिनिधित्व करते हुए पेश करते हैं। उनके दावे इतने प्रसिद्ध और सही प्रतीत होते हैं कि पहली नजर में किसी को उनपर शक नहीं होता। इसके अलावा उनका दुस्साहस भी बढ़ गया है। उन्होंने भारत सरकार के लोगो और सत्यमेव जयते के चिन्ह का दुरुपयोग कर किसानों को आसानी से धोखा देने का काम किया है।
प्रयागराज के किस को ठगों द्वारा भेजा गया पत्र
प्रयागराज के एक किसान ने हाल ही में एक चौंकाने वाला पत्र प्राप्त किया है, जो उन्हें सोलर इंफॉर्मेशन ग्रुप के माध्यम से मिला। इस पत्र में उन्हें कुसुम योजना के नाम पर पैसों की मांग करने की चेतावनी दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि वह ठगों द्वारा भेजा गया पत्र हमें भी भेज रहे हैं।
आईए जानते हैं भारत सरकार का लोगो और नीचे पीएम कुसुम योजना के बारे में
किसानों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए हमें सतर्क रहना चाहिए। बहुत सारे ठग भारत सरकार के नाम पर फर्जी पत्र भेजकर किसानों को गुमराह करने की कोशिश करते हैं। इन फर्जी पत्रों में आमतौर पर सरकार के लोगो और पीएम कुसुम योजना का नाम होता है, जिससे उन्हें असली लगता है। कुछ ठग किसानों को यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि वे किसानों के हित में काम कर रहे हैं, जैसे कि उन्हें 3 एचपी का पंप प्रदान किया जा रहा है तथा इसकी कीमत 300000 है और सब्सिडी भी 270000 मिल रही है
लेकिन, सच्चाई यह है कि यह फायदा फर्जी है। किसान को इस लालच में नहीं आना चाहिए, क्योंकि फिर भी उन्हें ₹5600 के रूप में अतिरिक्त शुल्क भी देना पड़ेगा।
किसानों हित में मैजेस्टिक इंडिया का साथ तथा कुसुम योजना के नाम पर ठगी करने वाली वेबसाइट के बारे में जाने
किसानों की सुरक्षा और सुरक्षितता के लिए मैजेस्टिक इंडिया ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इंद्रजीत जैसे किसान के साथ वार्ता के बाद, मैजेस्टिक इंडिया के निदेशक आशीष मिश्र ने इस मुद्दे को नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के संज्ञान में लाया है। उन्होंने सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है ताकि ऐसे ठगी के मामलों से बचा जा सके।
कुसुम योजना के नाम पर ठगी करने वाली वेबसाइटों से बचने के लिए, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर सभी किसानों को चेतावनी दी है। उन्होंने कुछ फर्जी वेबसाइटों की भी सूची जारी की है। हम सबको सतर्क रहना चाहिए और सरकारी योजनाओं पर भरोसा करते समय सत्यापन करना चाहिए।