Jio Solar Panel: जैसे रिलायंस Jio ने भारतीय टेलीकॉम इंडस्ट्री को बदल दिया था, वैसे ही अब सोलर एनर्जी सेक्टर में भी एक नई क्रांति आने वाली है। Reliance Jio Solar panels को लॉन्च करने की तैयारी में है, जो सौर ऊर्जा क्षेत्र को नया आयाम देगा।
Reliance Jio Solar Panels की सबसे खास बात यह है कि इन पर 50 साल की वारंटी मिलेगी और कीमत भी बेहद किफायती होगी। इस वजह से, जो कंपनियां पहले से सोलर पैनल्स बेच रही हैं, उन्हें कड़ी चुनौती मिलेगी।
गुजरात के जामनगर में रिलायंस इंडस्ट्रीज एक विशाल 20 गीगावाट सोलर पैनल निर्माण इकाई स्थापित करने जा रही है। यह इकाई भारत में सोलर एनर्जी के क्षेत्र में बड़ा योगदान देगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह कदम सौर ऊर्जा के भविष्य को उज्जवल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Reliance Jio Solar Panels: सौर ऊर्जा में नया आयाम
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जब नॉर्वे की प्रमुख सोलर कंपनी Ras Solar को 5800 करोड़ रुपये में खरीदा, तभी से यह खबरें आ रही थीं कि भारत में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में कुछ बड़ा होने वाला है। Ras Solar, जो अपनी विश्व स्तरीय हाइड्रोजन तकनीक वाले सोलर पैनल्स के लिए जानी जाती है, अब रिलायंस के साथ मिलकर भारतीय सोलर बाजार में नई क्रांति लाने को तैयार है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गुजरात के जामनगर में एक नई फैक्ट्री स्थापित करने की योजना बनाई है, जहां Ras की तकनीक का उपयोग करते हुए सोलर पैनल्स बनाए जाएंगे। अगले वर्ष तक इस फैक्ट्री में सोलर पैनल्स का उत्पादन शुरू हो जाएगा। रिलायंस का दावा है कि उनके सोलर पैनल्स की एफिशिएंसी 26% तक होगी, जबकि वर्तमान में बाजार में उपलब्ध पैनल्स की एफिशिएंसी 20-23% तक ही होती है।
Reliance Jio Solar Panels: सौर ऊर्जा का भविष्य
रिलायंस इंडस्ट्रीज सोलर एनर्जी के क्षेत्र में एक और क्रांतिकारी कदम उठाने को तैयार है। कंपनी का लक्ष्य है कि वर्तमान में मिलने वाली 25 साल की वारंटी को बढ़ाकर 50 साल तक किया जाए। इसके लिए रिलायंस अपने सोलर पैनल्स में अत्याधुनिक तकनीक का उपयोग करेगी, जो कि वर्तमान में प्रचलित तकनीकों से कहीं अधिक उन्नत होगी।
यह तकनीक न केवल सोलर पैनल्स की एफिशिएंसी को बढ़ाएगी, बल्कि उनकी जीवन अवधि को भी दो से तीन गुना तक बढ़ा देगी। जामनगर, गुजरात में रिलायंस इंडस्ट्रीज की सोलर पैनल निर्माण इकाई पर तेजी से काम चल रहा है और मार्च 2024 तक इसके शुरू होने की संभावना है। इस इकाई की कुल क्षमता 20 गीगावाट होगी, जिसे विभिन्न चरणों में पूरा किया जाएगा। प्रत्येक चरण में 5 गीगावाट की क्षमता होगी।
रिलायंस की आक्रामक मार्केटिंग रणनीति, जो हमने Jio के लॉन्च के समय देखी थी, अब सोलर एनर्जी सेक्टर में भी देखने को मिलेगी। इससे उम्मीद की जा रही है कि रिलायंस के सोलर पैनल्स भारतीय सौर ऊर्जा बाजार में एक नया आयाम स्थापित करेंगे और सोलर एनर्जी को अधिक सुलभ और किफायती बनाएंगे।
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