अगर आप बिजली के बढ़ते बिलों और बार-बार होने वाले पावर कट्स से परेशान हैं, तो सोलर पैनल और सोलर पंप आपके लिए एक बेहतरीन समाधान हो सकते हैं। 3 किलोवाट (KW) के सोलर पैनल के साथ 3 हॉर्सपावर (HP) के सोलर पंप को इंस्टॉल करके आप बिजली की जरूरतों को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
3KW सोलर पैनल सिस्टम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों ही सिस्टम में काम कर सकता है। यह आपको अपनी जरूरत के हिसाब से फ्लेक्सिबिलिटी देता है। अगर आप चाहें तो इस सिस्टम में बैटरी भी जोड़ सकते हैं, जिससे आपको पावर बैकअप मिल सके और पावर कट्स के दौरान भी बिजली की आपूर्ति होती रहे। यह हाइब्रिड सोलर सिस्टम आपको निर्बाध बिजली सेवा प्रदान करता है और साथ ही बिजली के बिल में भी भारी कमी लाता है।
सोलर सिस्टम के प्रमुख घटक: जानिए कैसे करें सही चयन
अगर आप सोलर सिस्टम लगाने की सोच रहे हैं, तो यह जरूरी है कि आप इसके प्रमुख घटकों के बारे में जानकारी रखें। सही घटकों का चयन आपके सिस्टम की दक्षता और दीर्घकालिक प्रदर्शन को सुनिश्चित करता है।
1.सोलर पैनल: 3 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पैनल रोजाना लगभग 15 यूनिट तक बिजली का उत्पादन कर सकते हैं। इन पैनलों की मदद से आप अपनी घरेलू या व्यावसायिक बिजली की जरूरतें आसानी से पूरी कर सकते हैं।
2.सोलर इन्वर्टर: सिस्टम में 3 किलोवाट का सुपर MPPT सोलर PCU जोड़ा जा सकता है। यह इन्वर्टर ट्रांसफॉर्मरलेस टेक्नोलॉजी पर आधारित होता है और उच्च पावर फैक्टर के साथ बिजली का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करता है।
3. सोलर बैटरी: 100A 48 वोल्ट की लिथियम फॉस्फेट बैटरी आपके सोलर सिस्टम में जोड़ी जा सकती है। यह बैटरी 4800 वाट की क्षमता प्रदान करती है और इसकी 15 साल की वारंटी भी होती है, जिससे आपको लंबे समय तक चिंता मुक्त बिजली का बैकअप मिलता है।
सोलर इन्वर्टर के एडवांस फीचर्स: जानिए क्यों है ये जरूरी
सोलर इन्वर्टर आपके सोलर सिस्टम का महत्वपूर्ण घटक है, जो पूरे सिस्टम की कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। आइए जानते हैं इन्वर्टर के कुछ प्रमुख और आधुनिक फीचर्स, जो इसे खास बनाते हैं:
ड्यूल MPPT: यह फीचर सोलर इन्वर्टर की एडवांस तकनीक का हिस्सा है। यह इन्वर्टर को पुराने और नए दोनों तरह के सोलर पैनलों से जोड़ने की सुविधा प्रदान करता है, जिससे आप सिस्टम को अपग्रेड या विस्तार कर सकते हैं।
Wi-Fi डिवाइस: सोलर इन्वर्टर में वाइफाई डिवाइस की सुविधा दी जाती है, जिससे आप अपने सिस्टम की रियल-टाइम मॉनिटरिंग कर सकते हैं। यह फीचर आपको सिस्टम के प्रदर्शन और उत्पन्न ऊर्जा की जानकारी किसी भी समय, कहीं से भी प्राप्त करने की सुविधा देता है।
पैरलल इन्वर्टर कनेक्शन: इस फीचर की मदद से आप कई इन्वर्टर्स को जोड़कर सिस्टम की क्षमता को बढ़ा सकते हैं। इसे जोड़कर आप 50 किलोवाट तक की क्षमता प्राप्त कर सकते हैं, जिससे बड़े प्रतिष्ठानों या घरों में भी पर्याप्त बिजली की आपूर्ति हो सके।
लोड टेस्टिंग और प्रदर्शन: सोलर इन्वर्टर लोड टेस्टिंग में भी बेहद प्रभावी साबित होते हैं। 5 किलोवाट तक के लोड को संभालने की क्षमता के साथ, यह आपके घर में AC, फ्रिज, वाशिंग मशीन जैसी बड़ी मशीनों को आसानी से चला सकता है, वो भी 24 घंटे तक।
5KW सोलर सिस्टम: बिजली बचाएं और पर्यावरण को सुरक्षित बनाएं
अगर आप बिजली की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने और पावर कट्स से छुटकारा पाने का तरीका ढूंढ रहे हैं, तो 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। इस सोलर सिस्टम की कीमत लगभग 3,34,800 रुपये हो सकती है, जिसमें GST शामिल नहीं है। इस सोलर सिस्टम में 30 साल की वारंटी के साथ सोलर पैनल आते हैं, जो लंबे समय तक आपकी बिजली की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम हैं। सोलर पैनल के जरिए उत्पन्न बिजली से आप अपने बिजली बिल में भारी कमी ला सकते हैं, जिससे आपकी आर्थिक बचत भी होती है।
सोलर सिस्टम का उपयोग करने से न सिर्फ बिजली के बिल कम होते हैं, बल्कि पर्यावरण को भी सुरक्षित रखा जा सकता है। सोलर पैनल लगाने से आप हरित भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा सकते हैं, जिससे न सिर्फ वर्तमान बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण मिल सकेगा। इसलिए, 5KW सोलर सिस्टम का उपयोग करके आप न केवल अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अपना योगदान दे सकते हैं।