पुरानी पेंशन योजना (OPS) एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें सरकारी कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आधे वेतन के बराबर पेंशन मिलती है। देशभर में इसे फिर से लागू करने की मांग बढ़ती जा रही है। कई राज्यों में कर्मचारी संगठनों ने इसे लेकर बड़े स्तर पर प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। पहले जहां आंदोलन सीमित संख्या में होते थे, अब हजारों की संख्या में कर्मचारी एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं।
कर्मचारियों की मांग और सरकार की प्रतिक्रिया
कर्मचारियों के इस बड़े आंदोलन को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है। सरकार ने एक मध्यम रास्ता सुझाते हुए कहा है कि कर्मचारियों को OPS की तरह हर महीने नियमित पेंशन तो मिलेगी, लेकिन यह पेंशन थोड़ी कम होगी। हालांकि, इस प्रस्ताव का उद्देश्य सरकारी बजट को संतुलित रखना और कर्मचारियों की लंबे समय से चली आ रही मांगों को आंशिक रूप से पूरा करना है। सरकार और कर्मचारियों के बीच इस मुद्दे पर अभी भी चर्चा जारी है। देखते हैं कि आने वाले दिनों में इस पर कोई अंतिम निर्णय निकलता है या नहीं, लेकिन यह साफ है कि OPS को लेकर कर्मचारियों की मांग दिन-प्रतिदिन जोर पकड़ रही है।
नई पेंशन योजना के नुकसान और पुरानी पेंशन योजना के फायदे
कर्मचारियों का मानना है कि नई पेंशन योजना (NPS) की तुलना में पुरानी पेंशन योजना (OPS) अधिक लाभकारी थी। NPS के तहत कर्मचारियों को कई ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिनसे OPS में राहत मिलती थी।
नई पेंशन योजना के नुकसान:
कम लाभ: NPS में पुरानी पेंशन योजना की तुलना में कम पेंशन मिलती है, जिससे कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा की कमी महसूस होती है।
भविष्य की असुरक्षा: कर्मचारियों को लगता है कि NPS में उनका भविष्य पूरी तरह सुरक्षित नहीं है, क्योंकि यह शेयर बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है।
टैक्स: NPS में रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले पैसे पर टैक्स देना पड़ता है, जिससे मिलने वाली राशि में कटौती हो जाती है।
पुरानी पेंशन योजना के लाभ:
आधा वेतन: OPS के तहत रिटायरमेंट के बाद सरकारी कर्मचारियों को उनके वेतन का आधा हिस्सा पेंशन के रूप में मिलता है, जो उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करता है।
महंगाई भत्ता: पुरानी योजना में कर्मचारियों को महंगाई के हिसाब से साल में दो बार महंगाई भत्ता (DA) बढ़ोतरी का लाभ मिलता है।
आय की सुरक्षा: OPS में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आय की कोई चिंता नहीं रहती, क्योंकि उन्हें नियमित और निश्चित पेंशन मिलती है।
पुरानी पेंशन योजना के लिए पात्रता मानदंड
पुरानी पेंशन योजना (OPS) का लाभ लेने के लिए कुछ विशेष पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं। इस योजना के तहत केवल उन्हीं कर्मचारियों को लाभ मिलता है जो 1 अक्टूबर 2005 से पहले नियुक्त हुए हैं। इसके अलावा, कुछ अन्य महत्वपूर्ण पात्रता शर्तें भी हैं, जो निम्नलिखित हैं:
पात्रता मानदंड:
1 अक्टूबर 2005 से पहले नियुक्त कर्मचारी: केवल वे सरकारी कर्मचारी, जिनकी नियुक्ति 1 अक्टूबर 2005 से पहले हुई है, इस योजना के लिए पात्र हैं।
10 वर्ष से अधिक सेवा देने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक: जो शिक्षक 10 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हैं और सेवानिवृत्त हो चुके हैं, वे भी पुरानी पेंशन योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
2005 के बाद नियुक्त कर्मचारी: 2005 के बाद नियुक्त होने वाले कर्मचारियों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। उन्हें नई पेंशन योजना (NPS) के अंतर्गत ही पेंशन प्राप्त होगी।
ये पात्रता मानदंड पुरानी पेंशन योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सभी सरकारी कर्मचारी इसका लाभ नहीं उठा सकते।