आज के दौर में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है, और इसी कारण सौर ऊर्जा का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है। लगभग हर देश में सौर ऊर्जा का प्रयोग किया जा रहा है, जो बिजली के भारी बिलों को कम करने में मददगार साबित हो रहा है। सरकार ने सोलर पैनल लगवाने के लिए डबल सब्सिडी का प्रावधान रखा है, जिसके तहत आपको ₹1,08,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है।
इस वर्ष केंद्र सरकार ने पीएम सूर्योदय योजना की घोषणा की है, जिसके तहत 1 करोड़ परिवारों के घरों की छतों पर 9 सोलर पैनल लगाए जाएंगे। इससे न केवल बिजली की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि लोग सौर ऊर्जा का भरपूर लाभ उठा सकेंगे और बिजली बिलों में भी बड़ी बचत कर सकेंगे।
सोलर सिस्टम पर 1,08,000 तक की सब्सिडी कैसे प्राप्त करें?
आज के समय में सरकार द्वारा सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सब्सिडी योजनाएं चलाई जा रही हैं। पहले केंद्र सरकार की सोलर रूफटॉप योजना के तहत नागरिकों को 20% से 40% तक की सब्सिडी दी जाती थी। वर्तमान में, सरकार 1 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के सोलर सिस्टम पर निम्नलिखित सब्सिडी प्रदान कर रही है:
- 1 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर ₹30,000 की सब्सिडी।
- 2 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर ₹60,000 की सब्सिडी।
- 3 किलोवाट से 10 किलोवाट तक के सोलर सिस्टम पर ₹78,000 की सब्सिडी।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार भी सोलर सिस्टम पर सब्सिडी प्रदान करती है। राज्य सरकार 1 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर ₹15,000 की सब्सिडी और अधिक क्षमता के सोलर सिस्टम पर ₹30,000 तक की सब्सिडी देती है। इन सब्सिडी योजनाओं का लाभ उठाकर आप अपने सोलर सिस्टम पर ₹1,08,000 तक की बचत कर सकते हैं, जिससे आपके बिजली के बिलों में भी कमी आएगी और आप सौर ऊर्जा का लाभ उठा पाएंगे।
सोलर सब्सिडी के लिए आवेदन कैसे करें? जानें सरल प्रक्रिया
सोलर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए केंद्र सरकार ने आसान और ऑनलाइन प्रक्रिया उपलब्ध कराई है। इसके तहत आप “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के तहत सोलर सिस्टम पर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
1. सबसे पहले आपको MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
2. होम पेज पर जाएं और Apply for Rooftop Solar के विकल्प पर क्लिक करें।
3. अब पोर्टल पर आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसमें आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी जैसे राज्य, जिला, डिस्कॉम (वितरण कंपनी) और बिजली उपभोक्ता नंबर भरना होगा।
4. कैप्चा कोड भरें और Next पर क्लिक करें।
5. इसके बाद अपने मोबाइल नंबर का सत्यापन करें और इसे सबमिट करें।
6. सफल रजिस्ट्रेशन के बाद, आप अपने मोबाइल नंबर की मदद से पोर्टल में लॉगिन कर सकते हैं।
7. अब आपको अपने सोलर सिस्टम की विस्तृत जानकारी दर्ज करनी होगी, जिसके बाद आपको सिस्टम की फिजिबिलिटी रिपोर्ट प्राप्त होगी।
8. इसके बाद आवेदन को पूरा करें और Submit पर क्लिक करें।
आवेदन सबमिट होने के बाद, जब आपके सोलर सिस्टम में नेट मीटरिंग स्थापित हो जाती है, तो 30 से 60 दिनों के भीतर आपको सब्सिडी प्रदान कर दी जाती है।
सोलर सिस्टम इंस्टॉलर की भूमिका: DISCOM द्वारा मान्यता प्राप्त
सोलर सिस्टम की स्थापना के लिए केवल वही इंस्टॉलर मान्य होते हैं, जो DISCOM (वितरण कंपनियों) की आधिकारिक वेबसाइट पर सूचीबद्ध होते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि उपभोक्ता को सही और गुणवत्तापूर्ण सेवा मिले, इंस्टॉलर का DISCOM के हेड ऑफिस से रजिस्ट्रेशन किया जाता है। इसके लिए इंस्टॉलर को लगभग ₹2.5 लाख का शुल्क अदा करना पड़ता है।
एक बार पंजीकरण हो जाने के बाद, इंस्टॉलर को सोलर सिस्टम लगाने की अनुमति मिलती है। इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया के दौरान, इंस्टॉलर यह सुनिश्चित करता है कि सिस्टम का डिज़ाइन और सेटअप सही तरीके से किया जाए ताकि सोलर पैनल पूरी क्षमता से काम कर सकें। देश में वर्तमान समय में लगभग 96 डिस्कॉम कंपनियां हैं, जिनकी जानकारी आप आधिकारिक पोर्टल पर देख सकते हैं। सोलर सिस्टम लगवाने से पहले इन कंपनियों द्वारा मान्यता प्राप्त इंस्टॉलर से ही सेवा लेना अनिवार्य है।