अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस पावर लिमिटेड की सहायक इकाई रोजा पावर ने हाल ही में सिंगापुर स्थित लेंडर वर्दे पार्टनर्स को ₹850 करोड़ का कर्ज चुका दिया है। इस अदायगी के बाद अब रोजा पावर पूरी तरह से कर्ज मुक्त होने की राह पर है। कंपनी का लक्ष्य है कि चालू वित्त वर्ष की समाप्ति से पहले बाकी कर्ज भी चुका दिया जाए और अगली तिमाही तक पूरी तरह से कर्ज मुक्त हो जाए।
रोजा पावर, जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के पास स्थित 1,200 मेगावाट के कोयला आधारित थर्मल पावर प्लांट का संचालन करती है, के पास केवल एक लेंडर बचा है—वर्दे पार्टनर्स। इस सकारात्मक खबर के चलते रिलायंस पावर के शेयरों में 5% का अपर सर्किट लगा और शेयर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर ₹42 पर पहुंच गए।
रिलायंस पावर की नेटवर्थ में हुआ बढ़ावा जानिए
रिलायंस पावर के बोर्ड ने हाल ही में 1,500 करोड़ रुपये के प्रेफरेंशियल इश्यू को मंजूरी दी है। इसमें 600 करोड़ रुपये प्रमोटर कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर से और शेष 900 करोड़ रुपये ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड व सनातन फाइनेंशियल एडवाइजरी सर्विसेज से जुटाए जाएंगे। इस पूंजी वृद्धि के साथ, कंपनी की नेटवर्थ 11,155 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,680 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी।
इससे रिलायंस पावर की जीरो-बैंक-लोन स्थिति बरकरार रहेगी, जो कंपनी को वित्तीय रूप से और मजबूत बनाएगी। इसके साथ ही, यह नई पूंजी कंपनी के विस्तार और व्यवसाय संचालन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी। हाल ही में कंपनी ने अपनी सब्सिडियरी, विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर, के 3,872 करोड़ रुपये के गारंटी दायित्व भी सफलतापूर्वक पूरे कर लिए हैं, जो कंपनी के विकास की दिशा में एक और अहम कदम है।
क्या शेयर लगातार चढ़ रहा है जानिए
रिलायंस पावर का शेयर लगातार बुलंदियों को छू रहा है। बीते दस कारोबारी दिनों में इस शेयर में जबरदस्त तेजी देखी गई है। आज बुधवार को भी रिलायंस पावर के शेयर में 5% का अपर सर्किट लगा, जिससे यह 52 वीक के उच्चतम स्तर ₹42.06 पर पहुंच गया। पिछले पांच दिनों में ही इस शेयर ने करीब 22% की छलांग लगाई है। 2024 में अब तक यह शेयर 75% तक चढ़ चुका है, जबकि पिछले एक साल में इसमें 125% की बढ़त देखने को मिली है। निवेशकों की इस तेजी पर लगातार नजरें बनी हुई हैं, जिससे कंपनी का बाजार में दबदबा और बढ़ता जा रहा है।