केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों और स्वायत्त निकायों के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता (DA) बढ़ाने की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी उन कर्मचारियों पर लागू होगी जो 5वें और 6ठे वेतन आयोग के तहत वेतन पा रहे हैं। इस संबंध में वित्त मंत्रालय के सार्वजनिक उद्यम विभाग ने 7 नवंबर 2024 को एक आधिकारिक नोटिस जारी किया है। इस फैसले से लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को राहत मिलेगी, क्योंकि बढ़ा हुआ DA उनकी आय में सीधा इजाफा करेगा।
जानिए 6वें, 5वें और 7वें वेतन आयोग के अंतर्गत DA की नई दर के बारे में
केंद्र सरकार ने विभिन्न वेतन आयोगों के तहत कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) में बढ़ोतरी की है, जो उनके मासिक वेतन में सीधा इजाफा करेगी। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के उद्देश्य से की गई है, खासकर उन दिनों में जब महंगाई लगातार बढ़ रही है।
6वें वेतन आयोग के तहत DA में बढ़ोतरी 6वें वेतन आयोग के तहत कार्यरत कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता मौजूदा 239% से बढ़ाकर 246% कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2024 से लागू होगी। उदाहरण के लिए, यदि किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी ₹43,000 है, तो पहले उसे ₹1,02,770 DA मिलता था।
नई दर के मुताबिक, अब उसे ₹1,05,780 DA मिलेगा, जिससे उसकी सैलरी में ₹3,000 का सीधा इजाफा होगा। 5वें वेतन आयोग के तहत DA में बढ़ोतरी 5वें वेतन आयोग के अनुसार सैलरी पाने वाले कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 443% से बढ़ाकर 455% कर दिया गया है। यह भी 1 जुलाई 2024 से लागू होगा।
इससे कर्मचारियों को 12% का फायदा होगा, जो उनकी आय में महत्वपूर्ण बदलाव करेगा।7वें वेतन आयोग के तहत DA में बढ़ोतरी 7वें वेतन आयोग के तहत, केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते को 50% से बढ़ाकर 53% कर दिया गया है। यह बढ़ोतरी 1 जनवरी 2024 से लागू हो चुकी है, जिससे कर्मचारियों और पेंशनर्स को उनकी आय में राहत मिलेगी।
क्या है महंगाई भत्ते का फायदा जानिए
महंगाई भत्ता (DA) सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए प्रदान किया जाता है। यह भत्ता कर्मचारियों के कार्य स्थान (अर्बन, सेमी अर्बन या ग्रामीण इलाकों) के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
केंद्र सरकार हर साल दो बार, जनवरी और जुलाई में, महंगाई भत्ते की दरों को रिवाइज करती है। इस बार, 5वें और 6ठे वेतन आयोग के तहत कार्यरत कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का फायदा मिलेगा। इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों की सैलरी में सीधा इजाफा होगा, जो उनके मासिक खर्चों को संतुलित करने में मदद करेगा।