सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में हाल के दिनों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। सोमवार को कंपनी के शेयरों ने 60 रुपये के नीचे कारोबार करते हुए 5% का अपर सर्किट लगाया, जिससे यह 59.61 रुपये के इंट्रा डे हाई तक पहुंच गया। यह तेजी उन निवेशकों के लिए उत्साहजनक है जो गिरावट के बाद खरीदारी का मौका तलाश रहे थे।
हालांकि, शेयर बाजार में सुजलॉन के प्रदर्शन में पिछले तीन महीनों में 29% की गिरावट दर्ज की गई है। 12 सितंबर को यह स्टॉक 86.05 रुपये के 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर था, लेकिन अब यह उस शिखर से लगभग 33% नीचे कारोबार कर रहा है।
जानिए क्या हैं शेयर के हाल
ग्रीन एनर्जी फर्म सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप सोमवार को बढ़कर 78,315 करोड़ रुपये हो गया, जो निवेशकों के लिए एक मजबूत संकेत है। बीते एक साल में कंपनी के शेयर 34.35% चढ़े हैं, जबकि दो साल में इसने 604% का जबरदस्त रिटर्न दिया है।
हालांकि, 12 दिसंबर 2023 को यह अपने 52 सप्ताह के निचले स्तर 33.83 रुपये तक गिर गया था। शेयर का बीटा 1.1 है, जो इसकी उच्च अस्थिरता को दर्शाता है। मौजूदा समय में यह स्टॉक अपने 200-दिन के मूविंग औसत से ऊपर है, लेकिन छोटे समयावधि के सभी मूविंग औसत से नीचे कारोबार कर रहा है।
क्या है सुजलॉन एनर्जी पर एक्सपर्ट्स की राय जानिए
रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में सुजलॉन एनर्जी का नाम निवेशकों के बीच चर्चा में है। हालांकि हाल ही में इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिला है, लेकिन एनालिस्ट्स इसे लेकर अलग-अलग राय रखते हैं। सेबी रजिस्टर्ड इंडिपेंडेंट एनालिस्ट एआर रामचंद्रन का कहना है कि फिलहाल सुजलॉन एनर्जी मंदी के दौर में है।
उनका सुझाव है कि निवेशकों को तभी खरीदारी करनी चाहिए जब यह स्टॉक 59.3 रुपये के प्रतिरोध स्तर को पार कर जाए, क्योंकि उसके बाद इसका अगला टारगेट 69 रुपये हो सकता है। स्टॉकबॉक्स के वरिष्ठ तकनीकी विशेषज्ञ अमेय राणादिवे के अनुसार, सुजलॉन एनर्जी पिछले तीन महीनों में अपने 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर से लगभग 37% नीचे है, लेकिन वर्तमान में 58 रुपये के आसपास स्थिर है।
आनंद राठी के जिगर एस पटेल ने 53 रुपये पर मजबूत समर्थन और 66 रुपये पर प्रतिरोध का अनुमान लगाया है। उनका कहना है कि अगर यह स्टॉक 66 रुपये के ऊपर जाता है, तो यह 70 रुपये तक पहुंच सकता है।
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