रिन्यूएबल एनर्जी की प्रमुख कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों ने बुधवार के कारोबार में 1.1% की बढ़त दर्ज की और इंट्रा-डे में 64.29 रुपये तक पहुंचे। हालांकि, पिछले एक महीने में यह शेयर लगभग 10% गिर चुका है, जिससे मुनाफा वसूली के संकेत मिल रहे हैं। लंबी अवधि की बात करें तो यह शेयर निवेशकों को दमदार रिटर्न देने में सफल रहा है।
बीते छह महीनों में इसने 40% का उछाल दिखाया, जबकि पिछले एक साल में यह 65% तक बढ़ा है। दिलचस्प बात यह है कि पांच साल की अवधि में इसने लगभग 2900% तक की बढ़त दर्ज की है। कंपनी का मौजूदा मार्केट कैप 86,803 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है, जो इसके बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बढ़ते निवेश और ग्रीन एनर्जी की मांग को देखते हुए सुजलॉन जैसे शेयर दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं।
जानिए एनालिस्ट की राय के बारे में
सुजलॉन एनर्जी के शेयर वर्तमान में बाजार में हलचल मचाए हुए हैं। एनालिस्ट के अनुसार, यह शेयर 5-दिवसीय, 20-दिवसीय और 50-दिवसीय एसएमए (सरल मूविंग एवरेज) से नीचे लेकिन 150-दिवसीय और 200-दिवसीय एसएमए से ऊपर कारोबार कर रहा है। जियोजित फाइनेंशियल ने इस शेयर के लिए 68 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है, जबकि मॉर्गन स्टेनली ने इसे 71 रुपये तक जाने की संभावना जताई है।
दोनों ब्रोकरेज फर्मों ने इसे ‘बाय’ रेटिंग दी है। हालांकि, कुछ एनालिस्ट निकट अवधि में शेयर को निचले स्तर पर जाते हुए देख रहे हैं। आदित्य अरोड़ा का मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में शेयर ने तेजी से उछाल देखा है और अब यह स्थिरता की ओर बढ़ सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि मौजूदा निवेशक 45-47 रुपये के स्तर पर अपनी स्थिति मजबूत कर सकते हैं।
क्या हैं सितंबर तिमाही के के नतीजे जानिए
सुजलॉन एनर्जी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में शानदार नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 201 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो कि पिछले साल की समान तिमाही के मुकाबले लगभग दोगुना है। 30 सितंबर, 2023 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने 102 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था।
इस दौरान, कंपनी की कुल आय भी मजबूत रही और यह 2,121.23 करोड़ रुपये तक बढ़ गई, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में यह 1,428.69 करोड़ रुपये थी। इस आय में बढ़ोतरी कंपनी के मजबूत प्रदर्शन और रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बढ़ती मांग को दर्शाती है।