भारत में बिजली की बढ़ती कीमतों और पर्यावरण संरक्षण की ज़रूरत को देखते हुए सोलर एनर्जी का उपयोग तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। खासतौर पर सरकार द्वारा सोलर पैनल लगवाने पर दी जाने वाली सब्सिडी ने इसे आम लोगों के लिए किफायती बना दिया है। अगर आप अपने घर के लिए बिजली की बचत का समाधान ढूंढ रहे हैं, तो 3 किलोवाट सोलर सिस्टम एक बेहतरीन विकल्प है।
3 किलोवाट सोलर पैनल सिस्टम आपके घर की बिजली की अधिकांश ज़रूरतों को पूरा कर सकता है। एक बार लगवाने के बाद, यह कम मेंटेनेंस में सालों तक चलता है। अगर आप बिजली पर खर्च कम करना चाहते हैं और पर्यावरण के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी निभाना चाहते हैं, तो सोलर एनर्जी को अपनाना आपके लिए सही फैसला होगा।
क्या है 3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत जानिए
भारत में 3 किलोवाट सोलर सिस्टम की कीमत कई फैक्टर पर निर्भर करती है, जैसे सोलर पैनल का प्रकार, उसकी गुणवत्ता, ब्रांड, और इंस्टॉलेशन लागत। इसके अलावा, सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी भी कीमत को प्रभावित करती है। आइए तीन प्रमुख प्रकार के सोलर सिस्टम और उनकी औसत कीमत पर एक नजर डालें।
यह ग्रिड से कनेक्ट रहता है और इसकी औसत कीमत ₹1,43,878 है। इसकी कीमत प्रति वाट ₹47.95 होती है। यह बैटरी के साथ आता है और अधिक स्वायत्तता प्रदान करता है। इसकी कीमत लगभग ₹2,07,609 है, जो ₹69.20 प्रति वाट पड़ती है। यह ग्रिड और बैटरी दोनों का संयोजन है, जिसकी औसत कीमत ₹2,30,967 है। प्रति वाट इसकी लागत ₹76.98 होती है।
कितने प्रकार हैं 3 किलोवाट सोलर सिस्टम के जानिए
घर या छोटे व्यवसाय के लिए 3 किलोवाट सोलर सिस्टम एक बेहतरीन विकल्प है।
ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम: यह सिस्टम स्थानीय पावर ग्रिड से जुड़ा होता है। सोलर पैनल से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेज दी जाती है, जिससे आपको बिजली के बिल में क्रेडिट मिलता है। जब सोलर पैनल पर्याप्त बिजली उत्पन्न नहीं करते, तो बिजली ग्रिड से ली जाती है। इसकी कीमत ₹1,30,000 से ₹3,50,000 तक होती है। यह विकल्प उन इलाकों के लिए उपयुक्त है, जहां बिजली कटौती कम होती है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम: यह सिस्टम पूरी तरह से ग्रिड से स्वतंत्र होता है और बैटरी स्टोरेज का उपयोग करता है। दिन में सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली बैटरी में स्टोर होती है, जिसे जरूरत के अनुसार उपयोग किया जा सकता है। इसकी कीमत ₹2,00,000 से शुरू होती है। यह उन स्थानों के लिए आदर्श है, जहां बिजली कटौती ज्यादा होती है।
हाइब्रिड सोलर सिस्टम: यह ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों का मिश्रण है। इसमें बैटरी स्टोरेज के साथ-साथ ग्रिड कनेक्टिविटी भी होती है। इसका उपयोग लचीलापन और बैकअप दोनों प्रदान करता है। इसकी कीमत ₹2,30,000 से शुरू होती है।
3 किलोवाट सोलर सिस्टम पर कितनी सब्सिडी मिलेगी जानिए
भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए सोलर सिस्टम पर सब्सिडी प्रदान कर रही हैं। इससे सोलर सिस्टम लगवाना अब पहले से अधिक किफायती हो गया है। 3 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर आपको लगभग ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है।
सब्सिडी प्राप्त करने के लिए यह जरूरी है कि आप राज्य के डिस्कॉम (DISCOM) से मान्यता प्राप्त और अधिकृत विक्रेता से सोलर पैनल लगवाएं। यह पहल न केवल बिजली के बिलों में बचत करती है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को भी प्रोत्साहित करती है। अगर आप भी बिजली बचाना और पर्यावरण के प्रति योगदान देना चाहते हैं, तो सोलर सिस्टम पर दी जा रही सब्सिडी का लाभ उठाएं।