बिजली कम्पनियां लगातार बिजली बिल में बढ़ोतरी कर रही है। ऐसे में अगर आप भी बढ़ाते बिजली बिल से परेशान है और इससे निजात पाने का कोई उपाय ढूंढ रहे हैं तो आपके लिए इस पोस्ट में काम के बात बताने वाले हैं। वैसे बिजली बिल से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप अपने घर के रूफटॉप पर सोलर पैनल लगा सकते हैं। लेकिन शहरों में हर किसी के पास ओपन रूफ नहीं होता है।
लोग बहुमंजिला इमारत के फ्लैट में रहते है। ऐसे में अगर आप किसी बहुमंजिला इमारत के फ्लैट में रहते हैं तो आप अपने बालकनी में सोलर पैनल को लगवा सकते हैं और अपने भारी भरकम बिजली बिल (Bijli Bill) से छुटकारा पा सकेंगे।
चीन के बाद अब भारत में होने लगा है यह काम
जैसा कि हम सब जानते हैं अब गांव छोड़कर लोग शहर की ओर जा कर रहे हैं। लोग बड़े-बड़े इमारत के फ्लैट में रहना पसंद कर रहे हैं। लेकिन भारी बिजली बिल से हर कोई परेशान है।
Balcony Solar Panel का इस्तेमाल फिलहाल चीन में सबसे ज्यादा किया जा है। लेकिन भारत में भी इस काम को करने में तेजी आई है। अब हमारे देश में भी balcony सोलर पैनल को इंस्टॉल किया जा रहा है। हाल में ही राजस्थान सोलर एसोसिएशन (Rajasthan Solar Association) भी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कुछ flats me solar panels लगाने की तैयारी कर रहा है।
सरकार की कोशिश है रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देना
सरकार भी सोलर पैनल लगवाने के लिए लोगों को काफी ज्यादा उत्साहित कर रही है। सरकार के तरफ से सोलर पैनल लगाने पर 80% तक की सब्सिडी जा रही है। इसके अलावा सरकार ने हाल में ही पीएम सागर योजना नाम से एक नई योजना की शुरुआत की है जिसके तहत हर परिवार के छत पर सोलर पैनल लगाना है और इस पर सरकार की तरफ से भारी सब्सिडी भी देने को घोषणा की गई है।
आपको बात दे Balcony Solar Panel अच्छी खासी बिजली उत्पन कर सकती है। शुद्ध कर्ताओं का मानना है कि 1 किलोवाट वाली रूफटॉप सोलर 4 यूनिट तक बिजली बनाते हैं जबकि 1 किलोवाट वाली बालकनी सोलर पैनल 3 यूनिट बिजली बनाने में सक्षम है।
कैसे इंस्टाल होगा बालकनी सोलर पैनल
अगर आपने भी किसी बहुमंजिला इमारत के फ्लाइट में रहते हैं तो आप अपने फ्लैट के बालकनी में बालकनी सोलर पैनल को आसानी से इंस्टॉल करवा सकते हैं। इसके अलावा आपके बालकनी में कम से कम 18 वर्ग फीट की जगह चाहिए हालांकि छत की अपेक्षा बालकनी से बिजली का उत्पादन 25% तक कम होगा।
इस बार कर सोलर पैनल को अपने घर के बालकनी में लगाकर बिजली बिल से काफी हद तक छुटकारा पा सकते हैं। इसके साथ सौर ऊर्जा उत्पादन में जैन सहभागिता बढ़ेगी तो ये एक बड़ा मुहिम बनकर काम करेगी, प्रदूषण में सबसे ज्यादा कमी आएगी।
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