सरकारी कंपनी इरेडा (Indian Renewable Energy Development Agency) के शेयर धारकों को अगले हफ्ते के लिए तैयार रहना चाहिए। कंपनी 29 अगस्त 2024 को अपनी बोर्ड मीटिंग आयोजित करने जा रही है, जिसमें 4500 करोड़ रुपये का फंड जुटाने पर विचार किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण बैठक का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है।
शुक्रवार को इरेडा के शेयर में 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त देखी गई, और यह 260.30 रुपये के स्तर पर बंद हुआ। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय हो सकता है, क्योंकि बोर्ड मीटिंग के बाद कंपनी के शेयर में और तेजी आ सकती है। इरेडा के निवेशक इस हफ्ते बाजार की हलचल पर नजर बनाए रखें, क्योंकि यह बैठक उनकी निवेश योजनाओं को प्रभावित कर सकती है। इरेडा की इस योजना से साफ है कि कंपनी अपने विकास को लेकर काफी गंभीर है, और आने वाले दिनों में यह शेयरधारकों के लिए बड़े मौके ला सकता है।
क्या सरकार घटा सकती है इरेडा की हिस्सेदारी?
इरेडा (Indian Renewable Energy Development Agency) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, प्रदीप कुमार दास, ने हाल ही में सीएनबीसी आवाज से बातचीत में एक महत्वपूर्ण संकेत दिया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार से इरेडा की हिस्सेदारी में 10 प्रतिशत की कटौती की मांग की गई है। इस प्रस्ताव को दीपम (DIPAM) के पास जमा किया गया है, और इसके लिए सरकार की मंजूरी जरूरी होगी।
यदि सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है, तो इरेडा में सरकार की हिस्सेदारी घट जाएगी, जो कंपनी के भविष्य की योजनाओं और शेयरधारकों पर प्रभाव डाल सकती है। हिस्सेदारी में कटौती से कंपनी को नई वित्तीय संभावनाओं का लाभ हो सकता है, लेकिन इसके साथ ही यह निवेशकों और बाजार में नई हलचल भी पैदा कर सकता है। इसलिए, निवेशकों को इस मामले पर नजर बनाए रखना चाहिए और संभावित बदलाव के अनुसार अपनी रणनीति बनानी चाहिए।
इरेडा: फंड जुटाने के लिए संभावित तरीके पर फैसला 29 अगस्त को
इरेडा (Indian Renewable Energy Development Agency) ने फंड जुटाने के लिए संभावित तरीकों पर विचार करने का निर्णय लिया है। 29 अगस्त 2024 को होने वाली बोर्ड मीटिंग में यह तय किया जाएगा कि कंपनी क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP), राइट्स इश्यू या किसी अन्य तरीके का उपयोग करेगी।
भारत ने 2030 तक 500 गीगावाट रेन्यूवेबल एनर्जी का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है, और इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर साल 50 गीगावाट की वृद्धि करनी होगी। इस बड़े लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए, इरेडा को नए फंड की आवश्यकता होगी। फंड जुटाने के लिए अपनाए जाने वाले तरीके का असर कंपनी की वित्तीय स्थिति और भविष्य की योजनाओं पर होगा। निवेशकों को इस बैठक के परिणाम का बेसब्री से इंतजार है, क्योंकि यह कंपनी की रणनीति और शेयर बाजार में संभावित उतार-चढ़ाव को प्रभावित कर सकता है।
इरेडा का शानदार प्रदर्शन: 2024 में शेयरों में 150% की बढ़त
इरेडा (Indian Renewable Energy Development Agency) ने इस साल शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी ने नवंबर 2023 में शेयर बाजार में अपनी शुरुआत की, और इश्यू प्राइस बैंड 32 रुपये था। आईपीओ की लिस्टिंग 56 प्रतिशत प्रीमियम के साथ हुई, जो कंपनी की सफलता की ओर इशारा करता है।
15 जुलाई को इरेडा के शेयर 310 रुपये के आल-टाईम हाई पर पहुंच गए थे, जो कि आईपीओ प्राइस से 520 प्रतिशत अधिक था। वर्तमान में, कंपनी के शेयर 260 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहे हैं, जो कि इश्यू प्राइस से 420 प्रतिशत अधिक है। 2024 में इरेडा के शेयरों में 150 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। कंपनी की इन सफलताओं से निवेशकों में उत्साह बढ़ा है और भविष्य में और भी संभावनाएं देखने को मिल सकती हैं।