गर्मियों के मौसम में ठंडक पाने के लिए AC और पंखों जैसे उपकरणों का अधिक उपयोग किया जाता है, जिससे बिजली का बिल भी बढ़ जाता है। इन दिनों, सोलर पैनल का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जो एक बेहतरीन विकल्प है। सोलर पैनल से सभी प्रकार के विद्युत उपकरणों को आसानी से चलाया जा सकता है, जिससे आपके बिजली के बिल को शून्य तक लाया जा सकता है।
सोलर पैनल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने में मदद करता है। इसके अलावा, सोलर पैनल से उत्पन्न होने वाली बिजली नवीकरणीय और प्रदूषण रहित होती है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट कम होता है। सरकार भी सोलर पैनल लगाने के लिए नागरिकों को प्रेरित कर रही है और इसके लिए सब्सिडी भी प्रदान कर रही है।
आज ही लगा सकते हैं आप सोलर पैनल जानिए
सोलर पैनल को घर की छत पर आसानी से स्थापित किया जा सकता है। आप सोलर पैनल की मदद से सौर ऊर्जा से बिजली बना सकते हैं, जिससे आप एसी, पंखे और 10 बल्ब जैसे उपकरण आसानी से चला सकते हैं।
सोलर पैनल पर्यावरण के अनुकूल बिजली का उत्पादन करते हैं, जो न केवल आपके बिजली के बिल को कम करता है बल्कि पर्यावरण की भी सुरक्षा करता है। सोलर पैनल से बनने वाली बिजली का उपयोग करके आप ग्रिड बिजली के बिल से मुक्त हो सकते हैं।
यह आपको बिजली की लगातार आपूर्ति भी सुनिश्चित करता है। बाजार में विभिन्न ब्रांड्स के सोलर पैनल उपलब्ध हैं, जो विभिन्न आकार और क्षमता में आते हैं। सोलर पैनल को एक बार सही दिशा और कोण में स्थापित करने के बाद, आप लंबे समय तक इसका लाभ उठा सकते हैं और अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।
सोलर पैनल लगाने का खर्च और सरकारी सब्सिडी के बारे में जानिए
सोलर पैनल का उपयोग आजकल तेजी से बढ़ रहा है, खासकर बिजली की बढ़ती कीमतों और पर्यावरण की चिंता को देखते हुए। सोलर पैनल को आप ऑनग्रिड और ऑफग्रिड दोनों प्रकार से स्थापित कर सकते हैं।
ऑनग्रिड सोलर सिस्टम में ग्रिड की बिजली का प्रयोग होता है और इसमें सरकारी सब्सिडी भी मिलती है, जिससे लागत कम हो जाती है। सरकार द्वारा नागरिकों को ‘पीएम सूर्य घर योजना’ के तहत सब्सिडी प्रदान की जाती है, जिससे सोलर पैनल लगाने का खर्चा कम हो जाता है। आइए जानते हैं, सोलर पैनल लगाने का खर्च और सब्सिडी के बारे में:
1 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने का खर्च लगभग 90,000 रुपये होता है, जिसमें सरकार द्वारा 30,000 रुपये की सब्सिडी दी जाती है। इसी प्रकार, 2 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने का खर्च लगभग 1,50,000 रुपये होता है, जिसमें 60,000 रुपये की सब्सिडी प्राप्त होती है।
3 किलोवाट क्षमता का सोलर सिस्टम लगाने का खर्च लगभग 1,80,000 रुपये तक हो सकता है, जिसमें सरकार द्वारा 78,000 रुपये की सब्सिडी प्रदान की जाती है। 3 किलोवाट से 10 किलोवाट तक की क्षमता के सोलर सिस्टम पर भी 78,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है।
देखिए अब आएगा आपका बिजली बिल जीरो जाने कैसे
सोलर पैनल का उपयोग लंबे समय तक किया जा सकता है, और इसी कारण निर्माता कंपनियां 25 साल की कार्य प्रदर्शन वारंटी भी देती हैं। सोलर पैनल के प्रयोग से ग्रिड बिजली की निर्भरता कम हो जाती है, जिससे आपका बिजली का बिल जीरो हो सकता है।
सोलर पैनल पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। इनके प्रयोग से जीवाश्म ईंधन की खपत कम होती है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट में कमी आती है। इसके अलावा, सोलर पैनल नवीकरणीय ऊर्जा का स्रोत हैं, जो प्रदूषण रहित है।