आजकल सोलर पैनल का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि ये बिजली बिल को कम करने में मदद करते हैं और पर्यावरण के अनुकूल होते हैं। सौर ऊर्जा से बिजली का उत्पादन करके ये पैनल लंबे समय तक काम करते हैं और एक बार की लागत के बाद बिजली के खर्च को काफी हद तक कम कर देते हैं। अगर आप अपने घर के लिए 4 kW का सोलर पैनल लगाने की सोच रहे हैं, इसमें सोलर पैनल, इन्वर्टर, बैटरी और इंस्टॉलेशन खर्च शामिल होते हैं।
जानें 4 kW सोलर पैनल क्या है
अगर आपके घर में रोजाना बिजली की खपत 16-20 यूनिट तक है, तो 4 किलोवाट का सोलर पैनल आपके लिए उपयुक्त हो सकता है। सोलर सिस्टम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं—ऑनग्रिड और ऑफग्रिड। ऑफग्रिड सिस्टम में बैटरी का उपयोग किया जाता है, जिससे आप बिजली को स्टोर कर सकते हैं और जरूरत के वक्त इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि, इसमें बैटरी की वजह से लागत थोड़ी ज्यादा आती है। वहीं, ऑनग्रिड सिस्टम में बैटरी नहीं होती; यह सिस्टम पैनल से उत्पन्न बिजली को सीधे ग्रिड के साथ शेयर करता है, जिससे इसकी कीमत कम होती है।
जानिए 4 kW सोलर पैनल सिस्टम लगाने का खर्चा क्या है
सोलर पैनल सिस्टम सौर ऊर्जा से बिजली बनाकर बिजली के खर्च को कम करने में मदद करता है। ये पैनल DC बिजली उत्पन्न करते हैं, जिसे उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार उपयोग कर सकते हैं। इस बिजली को स्टोर करने के लिए बैटरी का उपयोग किया जाता है, ताकि बिजली की आवश्यकता होने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। DC को AC में बदलने के लिए सिस्टम में सोलर इन्वर्टर जोड़ा जाता है।
इसके अलावा, सोलर सिस्टम की स्थापना में कुछ अन्य उपकरण भी शामिल होते हैं जो सिस्टम को सुचारु रूप से चलाने में मदद करते हैं। 4 kW के सोलर सिस्टम की लागत आपके द्वारा चुने गए सिस्टम पर निर्भर करती है। ऑफग्रिड सोलर सिस्टम लगाने का खर्च लगभग ₹2.10 लाख रुपये आता है, जबकि ऑनग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत लगभग ₹1.70 लाख रुपये होती है। अपनी जरूरत और बजट के हिसाब से सही विकल्प चुनें और बिजली की बचत करें।
सोलर सब्सिडीके बारे में जानें
केंद्र सरकार सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सोलर पैनल लगाने पर सब्सिडी प्रदान कर रही है। आप पीएम सूर्य घर योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त कर सोलर सिस्टम को कम कीमत पर स्थापित कर सकते हैं। इस योजना के तहत 4 kW के ऑनग्रिड सोलर पैनल लगाने पर लगभग ₹78,000 की सब्सिडी मिलती है, जिससे कुल खर्च घटकर ₹92,000 के आसपास रह जाता है। सोलर पैनल लगाने से न सिर्फ बिजली के बिल में कमी आती है, बल्कि यह पर्यावरण को भी स्वच्छ और सुरक्षित रखने में मदद करता है। सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली का उपयोग घर की जरूरतों को पूरा करने में किया जा सकता है, जिससे ग्रिड पर निर्भरता भी कम होती है।