राज्य सरकार ने कर्मचारियों और शिक्षकों को बड़ी खुशखबरी दी है। नए आदेश के अनुसार, उन्हें 6 दिन के अतिरिक्त अवकाश का लाभ मिलेगा। इससे पहले, कर्मचारियों और शिक्षकों की अवकाश की अवधि 23 दिन से घटाकर 11 दिन कर दी गई थी, जिसे लेकर काफी विवाद हुआ था। कर्मचारियों और शिक्षकों ने इस फैसले का विरोध किया था, जिसके बाद सरकार ने पुराने आदेश को वापस ले लिया।
शिक्षकों के लिए नई अवकाश सूची जानें
राज्य सरकार ने शिक्षकों के लिए एक बार फिर से बड़ी राहत का ऐलान किया है और नई अवकाश सूची जारी कर दी है। इस सूची के अनुसार, तीज के मौके पर उन्हें दो दिन का अवकाश मिलेगा। इसके अलावा, रक्षाबंधन के दिन भी एक दिन की छुट्टी घोषित की गई है।
अनत चतुर्दशी और जीवित्पुत्रिका व्रत के अवसर पर भी स्कूल में अवकाश रहेगा। इसके अलावा, गुरु नानक जयंती समेत पांच नए अवसरों पर भी शिक्षकों को छुट्टी मिलेगी। यह नई अवकाश सूची शिक्षकों के लिए राहत की खबर लेकर आई है, जिससे वे अपने परिवार और व्यक्तिगत जीवन के साथ बेहतर संतुलन बना सकेंगे। इस निर्णय से शिक्षकों में खुशी की लहर है, क्योंकि अब उन्हें त्योहारों और विशेष अवसरों पर परिवार के साथ समय बिताने का अधिक मौका मिलेगा।
क्या 6 त्योहारों पर मिलेगा अतिरिक्त अवकाश जानें
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक बड़ी घोषणा की है। नई सूची के अनुसार, अब उन्हें 6 त्योहारों पर अतिरिक्त अवकाश मिलेगा। इससे पहले, शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में 23 दिन की छुट्टी को घटाकर 11 दिन कर दिया था, जिससे शिक्षकों में असंतोष था। नई सूची में दुर्गा पूजा समेत कई प्रमुख त्योहारों पर छुट्टी में कटौती की गई थी।
हालांकि, इस बार विभाग ने शिक्षकों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए 6 अतिरिक्त अवकाश घोषित किए हैं। इसके अलावा, इस साल बिहार शिक्षा विभाग ने गर्मी की छुट्टी को 20 दिन से बढ़ाकर 30 दिन करने की घोषणा की है। यह कदम शिक्षकों के लिए राहतभरा साबित होगा, क्योंकि अब वे त्योहारों और छुट्टियों का आनंद अपने परिवार के साथ बेहतर तरीके से ले सकेंगे।
कई प्रमुख त्योहारों को नहीं मिली जगह जानिए
बिहार में इस सत्र के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जारी नई अवकाश सूची में कुछ प्रमुख त्योहारों को जगह नहीं मिली है। ईद-उल-फितर और ईद-उल-अजहा पर 3 दिन की छुट्टी घोषित की गई है, और इन दिनों स्कूल बंद रहेंगे।
हालांकि, मकर संक्रांति, रक्षाबंधन, सरस्वती पूजा, जन्माष्टमी, भाई दूज, रामनवमी और शिवरात्रि जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को इस सूची से बाहर रखा गया है। इस निर्णय पर शिक्षकों ने काफी असंतोष व्यक्त किया है और विरोध प्रदर्शन किया है।