1965 और 1971 के युद्धों में वीरता दिखाने वाले पूर्व सैनिकों के लिए सरकार ने युद्ध सम्मान योजना के तहत 15 लाख रुपये की एकमुश्त सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस योजना के अंतर्गत उन सैनिकों को शामिल किया गया है जिन्होंने “समर सेवा स्टार” या “पूर्वी स्टार/पश्चिमी स्टार” पदक प्राप्त किए थे। योजना का लाभ इमरजेंसी कमीशन ऑफिसर्स (ECOS), शॉर्ट सर्विस कमीशन ऑफिसर्स (SSCOS), रेगुलर कमीशन ऑफिसर्स, पीबीओआर (जवान), और नागरिक कर्मियों के साथ-साथ उनके परिवारों को भी मिलेगा, यदि वे स्वयं जीवित नहीं हैं।
हालांकि, सेना मुख्यालय ने सूचित किया है कि 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लेने वाले सैनिकों का पूरा डेटा उपलब्ध नहीं है क्योंकि उस समय पूरी सेना को तैनात किया गया था। ऐसे में, सभी भूतपूर्व सैनिकों या उनके परिवारों से स्वयं अपना डेटा प्रस्तुत करने का अनुरोध किया जा रहा है। इस प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को सेना मुख्यालय से संपर्क कर आवश्यक जानकारी उपलब्ध करानी होगी, ताकि वे इस योजना का लाभ उठा सकें।
युद्ध सम्मान योजना: पूर्व सैनिकों से डेटा जमा करने का निर्देश
युद्ध सम्मान योजना के तहत 1965 और 1971 के युद्धों में भाग लेने वाले सैनिकों को सम्मानित करने के लिए, पात्र व्यक्तियों का डेटा मांगा गया है। इसमें शॉर्ट सर्विस कमीशन ऑफिसर्स (एसएससीओएस), इमरजेंसी कमीशन ऑफिसर्स (ईसीओएस), नियमित कमीशन ऑफिसर्स, पीबीओआर (जवान), और सिविल कर्मियों को शामिल किया गया है। वे सभी पूर्व सैनिक या उनके पति/पत्नी, जिन्होंने 1965 या 1971 के युद्धों में भाग लिया और जिन्हें समर सेवा स्टार या ‘पूर्वी स्टार/पश्चिमी स्टार’ पदकों से सम्मानित किया गया, इस योजना के अंतर्गत आते हैं।
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इन पात्र व्यक्तियों का डेटा निर्धारित प्रारूप में जमा करना अनिवार्य है। इस प्रारूप में संबंधित व्यक्ति का नाम, सेवा संख्या, पद, युद्ध में भागीदारी की अवधि, प्राप्त पदकों का विवरण, और वर्तमान संपर्क विवरण शामिल होना चाहिए। इस डेटा को सही और पूर्ण रूप से भरकर जल्द से जल्द संबंधित विभाग को भेजने का आग्रह किया गया है।
इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि 1965 और 1971 के युद्धों में देश की रक्षा के लिए सेवा देने वाले प्रत्येक पूर्व सैनिक या उनके परिवार को युद्ध सम्मान योजना का लाभ मिल सके। इसलिए, सभी पात्र व्यक्तियों से अनुरोध है कि वे समय पर अपना डेटा प्रस्तुत करें, ताकि वे इस सम्मान योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि के हकदार बन सकें।
वीर सैनिकों का सम्मान: सरकार का बड़ा कदम
सरकार उन बहादुर सैनिकों और उनके परिवारों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष योजना पर काम कर रही है, जिन्होंने देश की सुरक्षा में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन सैनिकों की वीरता और बलिदान को मान्यता देना है, साथ ही उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
सभी संबंधित अधिकारियों से अपील की गई है कि वे इस योजना को गंभीरता से लें और आवश्यक डेटा को समय पर जमा करें ताकि योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके। एजी शाखा ने सुझाव दिया है कि इस योजना में उन कर्मियों को भी शामिल किया जाए जो सरकारी संगठनों से पेंशन प्राप्त कर रहे हैं।
इसके लिए, सभी पात्र व्यक्तियों का डेटा एकत्र करना अनिवार्य है ताकि योजना को प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके। वर्तमान में, यह प्रस्ताव विचाराधीन है, और सैनिकों का डेटा उपलब्ध होने के बाद सरकार इस पर अंतिम निर्णय लेगी। इस कदम से न केवल हमारे वीर सैनिकों का सम्मान बढ़ेगा, बल्कि उनके परिवारों को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सकेगा।