घर या किसी भी स्थान पर सोलर पैनल लगाना एक स्मार्ट और आर्थिक फैसला है, लेकिन इसे लगाने से पहले आपकी बिजली की खपत का सही अंदाजा होना बेहद जरूरी है। सही आकलन से आप अपनी आवश्यकता के अनुसार सही क्षमता का सोलर सिस्टम चुन सकते हैं।
उदाहरण के तौर पर, हैवल्स 4kW सोलर सिस्टम घरेलू उपयोग के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। इसे स्थापित करने के बाद आप अपने बिजली बिल में काफी कमी ला सकते हैं। सोलर पैनल न केवल आपकी बचत में मदद करते हैं, बल्कि यह पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाए रखने में योगदान देते हैं।
जानिए हैवल्स 4kW सोलर सिस्टम के बारे में
अगर आपके घर की बिजली खपत 500-600 यूनिट प्रति माह है, तो हैवल्स 4kW सोलर सिस्टम आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह सिस्टम हर दिन लगभग 20 यूनिट बिजली का उत्पादन कर सकता है, जो आपकी जरूरतों को पूरा करने में मददगार है।
सोलर सिस्टम में मुख्य रूप से सोलर पैनल और सोलर इन्वर्टर का इस्तेमाल होता है। इसकी स्थापना से न केवल बिजली के बिल में कमी आती है, बल्कि यह एक पर्यावरण अनुकूल उपाय भी है। सोलर सिस्टम की लागत इसका प्रकार और गुणवत्ता पर निर्भर करती है, लेकिन लंबे समय में यह एक लाभकारी निवेश साबित होता है।
हैवल्स 4kW ऑनग्रिड सोलर सिस्टम की लागत क्या है जानिए
हैवल्स 4kW ऑनग्रिड सोलर सिस्टम उन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है जहां बिजली कटौती कम होती है। यह सिस्टम बिजली उत्पादन को सीधे इलेक्ट्रिक ग्रिड के साथ जोड़ता है, जिससे अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में भेजा जा सकता है। इस सिस्टम में बैटरी का उपयोग नहीं होता, जिससे इसकी लागत थोड़ी कम रहती है और रखरखाव भी आसान हो जाता है।
ऑनग्रिड सोलर सिस्टम की खासियत यह है कि यह बिना किसी बाधा के घर के सभी उपकरणों को सुचारू रूप से चलाने में सक्षम होता है। ग्रिड की बिजली और सोलर पैनल से बनने वाली बिजली का संयोजन इसे कुशल और किफायती बनाता है।
इसके तहत नेट-मीटरिंग के जरिए अतिरिक्त बिजली के उपयोग और उत्पादन का हिसाब रखा जाता है। अगर आप 4kW क्षमता का ऑनग्रिड सोलर सिस्टम लगाते हैं, तो इसकी स्थापना का कुल खर्च लगभग 2.50 लाख रुपये तक आता है। यह निवेश आपको लंबे समय में बिजली बिल से राहत और स्वच्छ ऊर्जा का लाभ देता है।
क्या है हैवल्स 4kW ऑफग्रिड सोलर सिस्टम की लागत जानिए
हैवल्स 4kW ऑफग्रिड सोलर सिस्टम उन स्थानों के लिए एक आदर्श विकल्प है, जहां बिजली कटौती अधिक होती है या ग्रिड बिजली उपलब्ध नहीं रहती। इस प्रकार के सोलर सिस्टम में सोलर बैटरी का इस्तेमाल होता है, जो दिन में सोलर पैनल द्वारा चार्ज की जाती है और रात में इसका उपयोग किया जा सकता है।
ऑफग्रिड सिस्टम की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह पूरी तरह से आत्मनिर्भर होता है और किसी बाहरी ग्रिड पर निर्भर नहीं रहता। बैटरी की क्षमता का चयन बिजली की खपत और इन्वर्टर की रेटिंग के आधार पर किया जाता है। यह सिस्टम घरों में जरूरी उपकरण जैसे पंखे, लाइट, फ्रिज आदि को सुचारू रूप से चलाने के लिए पर्याप्त बिजली प्रदान करता है।
इस सोलर सिस्टम को लगाने में कुल खर्चा लगभग 3 लाख रुपये तक आ सकता है। हालांकि यह प्रारंभिक निवेश अधिक लग सकता है, लेकिन बिजली बिल से पूरी तरह छुटकारा और लंबे समय तक बैकअप के फायदे इसे एक लाभकारी विकल्प बनाते हैं।