अगर आप बिजली के भारी बिलों और बार-बार की कटौती से परेशान हैं, तो 5kW हाइब्रिड सोलर सिस्टम आपकी सभी समस्याओं का समाधान बन सकता है। यह सिस्टम न केवल बिजली बचाता है, बल्कि आपको निर्बाध बिजली आपूर्ति भी देता है। आप इस सिस्टम से अपने घर के लगभग सभी उपकरण जैसे 2 एसी, हीटर, फ्रिज, टीवी, पंखे और अन्य उपकरणों को आसानी से चला सकते हैं। सोलर पावर का उपयोग करके आप बिजली बिल में बड़ी बचत कर सकते हैं, साथ ही यह पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।
जानिए सही सोलर सिस्टम के बारे में
सोलर सिस्टम के कई प्रकार होते हैं जिन्हें आप अपनी जरूरतों के अनुसार चुन सकते हैं। ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम-इसमें सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न बिजली को सीधे ग्रिड में भेजा जाता है। नेट मीटर की मदद से बिजली का आदान-प्रदान होता है, जिससे बिल में कमी आती है।
ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम-इसमें बैटरी का इस्तेमाल होता है ताकि बिजली कटने पर भी आप सोलर बैटरी के माध्यम से अपनी जरूरत की बिजली प्राप्त कर सकें।हाइब्रिड सोलर सिस्टम-यह एक उन्नत सिस्टम है जो ग्रिड और बैटरी दोनों का उपयोग करता है। बिजली की कमी या कटौती होने पर यह सिस्टम घर के उपकरणों को बिना रुकावट चलाता है।
जानिए हाइब्रिड सिस्टम क्या क्या विशेषताएं हैं
बिजली कटौती से जूझने वालों के लिए ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम एक बेहतर विकल्प है। इस सिस्टम में बैटरी जोड़ी जाती है, जिससे बिजली कटने पर बैटरी से पॉवर सप्लाई की जा सकती है। पावर बैकअप होने से आप अपने सभी आवश्यक उपकरणों को बिजली कटौती के दौरान भी बिना रुकावट चला सकते हैं।
दूसरी ओर, हाइब्रिड सोलर सिस्टम एक आधुनिक समाधान है, जिसमें ग्रिड और बैटरी दोनों का उपयोग होता है। इसे आप बिना बैटरी के भी स्थापित कर सकते हैं, और जरूरत पड़ने पर बैटरी जोड़ सकते हैं। हाइब्रिड सिस्टम में हाइब्रिड इन्वर्टर का उपयोग होता है, जिसमें डुअल MPPT तकनीक होती है।
इस प्रकार के इन्वर्टर में आप 8 किलोवाट तक के सोलर पैनल जोड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह सिस्टम स्केलेबल होता है। अगर भविष्य में बिजली की जरूरतें बढ़ें, तो आप अतिरिक्त इन्वर्टर जोड़कर इसे 50 किलोवाट तक विस्तार कर सकते हैं।
इस सिस्टम में वाईफाई कनेक्टिविटी का भी फीचर होता है, जिससे आप सोलर सिस्टम की परफॉर्मेंस को ऑनलाइन मॉनिटर और मैनेज कर सकते हैं। स्मार्ट चार्जिंग फीचर के साथ 80 एम्पियर तक की चार्जिंग क्षमता मौजूद होती है, जिससे बैटरी तेजी से चार्ज होती है।
जानिए सोलर सिस्टम में सोलर पैनल क्या है
अगर आपका बजट सीमित है, तो 575 वाट के N-टाइप जर्मन सोलर सेल से बने पैनल एक बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। ये पैनल उच्च गुणवत्ता के साथ आते हैं और इन पर 30 साल की वारंटी दी जाती है, जो उन्हें लंबे समय तक भरोसेमंद बनाती है।
वहीं, अगर आपका बजट थोड़ा अधिक है और आप उन्नत तकनीक की ओर जाना चाहते हैं, तो M10 तकनीक वाले बाइफेशियल सोलर पैनल का चयन करना लाभकारी होगा। यह एडवांस पैनल हर मौसम में बिजली का उत्पादन करने की क्षमता रखता है, चाहे धूप हो या बादल। इन पैनल्स पर भी 30 साल की वारंटी मिलती है, जिससे आप बिजली बचत के साथ-साथ टिकाऊ विकल्प का लाभ उठा सकते हैं।