महाराष्ट्र सरकार की लाडला भाई योजना इस समय चर्चा का केंद्र बनी हुई है। इस योजना के तहत 12वीं कक्षा पास करने वाले छात्रों को हर महीने 6000 रुपए दिए जाएंगे। जो छात्र डिप्लोमा कर रहे हैं, उन्हें हर महीने 8000 रुपए मिलेंगे। ग्रेजुएशन पूरा कर चुके युवाओं को हर महीने 10,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में बेरोजगारी के मुद्दे पर ध्यान दिलाया था, जिसके बाद सरकार ने इस योजना की घोषणा की। इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान करना है, बल्कि फैक्ट्रियों में अप्रेंटिसशिप के माध्यम से रोजगार के अवसर भी देना है। यदि आप महाराष्ट्र के निवासी हैं, तो इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपकी उम्र और योग्यता महत्वपूर्ण है। योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें भी निर्धारित की गई हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है। यह योजना युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जिससे वे अपने करियर को एक नई दिशा दे सकते हैं और आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
लाडला भाई योजना: पात्रता और शर्तें
महाराष्ट्र की लाडला भाई योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है। इस योजना का लाभ केवल 18 से 35 साल की उम्र के बीच के युवाओं को मिल सकता है। इसके अलावा, योजना का लाभ केवल महाराष्ट्र राज्य के निवासियों को ही मिलेगा।
इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 12वीं कक्षा पास होनी चाहिए। इसके साथ ही, आईटीआई, डिप्लोमा, ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन करने वाले बेरोजगार युवा भी इस योजना का फायदा उठा सकते हैं।
साथ ही, निम्नलिखित शर्तें भी लागू हैं:
1. आवेदक को महाराष्ट्र में कार्यरत होना चाहिए।
2. कौशल, रोजगार, उद्यमिता, और नवाचार वेब-पोर्टल पर पंजीकृत होना चाहिए।
3. संस्थान को कम से कम 3 वर्षों के लिए स्थापित होना चाहिए।
4. संस्थान ईपीएफ, ईएसआईसी, जीएसटी, डीपीआईटी और उद्योग आधार के साथ पंजीकृत होना चाहिए और निगम प्रमाण पत्र प्राप्त होना चाहिए।
लाडला भाई योजना: 6 महीने की इंटर्नशिप और स्टाइपेंड लाभ
महाराष्ट्र की लाडला भाई योजना के तहत युवाओं को 6 महीने की इंटर्नशिप करनी होगी। इस इंटर्नशिप के दौरान युवाओं को उनकी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर स्टाइपेंड प्रदान किया जाएगा।
अगर आप 12वीं कक्षा पास हैं, तो आपको हर महीने 6,000 रुपए का स्टाइपेंड मिलेगा। आईटीआई या डिप्लोमा धारक युवाओं को हर महीने 8,000 रुपए मिलेंगे, जबकि ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं को 10,000 रुपए का स्टाइपेंड मिलेगा।
यह योजना निजी और सरकारी दोनों प्रकार के प्रतिष्ठानों में लागू होती है, जिससे युवाओं को विविध क्षेत्रों में अनुभव प्राप्त करने का अवसर मिलता है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्रदान करना और उनके करियर को संवारना है।