प्याज भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है, जिसके बिना किचन अधूरी सी लगती है। जब प्याज की कीमतें बढ़ने लगती हैं, तो यह आम घरों की रसोई से गायब होने लगता है। प्याज की हमेशा से मांग बनी रहती है, और इसी को ध्यान में रखते हुए किसान इसके उत्पादन से अच्छी कमाई कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को प्याज की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है। राज्य के कई जिलों में बड़े पैमाने पर प्याज उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। सरकार द्वारा इस पहल के तहत किसानों को उद्यान विभाग से प्रति हेक्टेयर 12,000 रुपये की सब्सिडी भी प्रदान की जा रही है।
प्याज की मांग लगातार बढ़ रही है, और इसके चलते इसकी कीमतों में इजाफा देखा जा रहा है। वर्तमान में प्याज का बाजार भाव 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है, और विशेषज्ञों का मानना है कि यह जल्द ही 100 रुपये प्रति किलो तक जा सकता है। इसके साथ ही सरकार निर्यात को भी बढ़ावा दे रही है, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिलने की संभावना है।
शाहजहांपुर में प्याज की खेती को बढ़ावा: किसानों के लिए नई संभावनाएं
उत्तर प्रदेश सरकार प्याज की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। शाहजहांपुर जिले के उद्यान अधिकारी पुनीत कुमार पाठक ने बताया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत जिले में 300 हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तहत किसानों को जागरूक करने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं।
सरकार किसानों को प्याज की खेती के लिए उन्नत किस्म के बीज मुफ्त में उपलब्ध करवा रही है। साथ ही, उन्हें खेती के आधुनिक तकनीकी तरीकों की जानकारी भी दी जा रही है, जिससे उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ सके। सरकार का यह कदम किसानों की आय बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। प्याज की बढ़ती मांग और बेहतर उत्पादन के चलते किसान इस खेती से अधिक मुनाफा कमा सकते हैं।
मुरादाबाद में 100 हेक्टेयर में हरी प्याज की खेती का नया लक्ष्य
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में उद्यान विभाग ने 100 हेक्टेयर भूमि पर हरी प्याज की खेती का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 12,000 रुपये की सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी। इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण करवाना अनिवार्य है शाहजहांपुर के किसान पुनीत कुमार पाठक के अनुसार, नेशनल हॉर्टिकल्चर रिसर्च एंड डेवलपमेंट फाउंडेशन (NHRDF) किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज उपलब्ध करा रहा है।
इसके लिए किसानों को उद्यान विभाग में पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए किसानों को खतौनी, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और दो पासपोर्ट साइज फोटो की आवश्यकता होगी। यह योजना किसानों के लिए बेहतर आमदनी और खेती के नए अवसर खोलने का एक बेहतरीन अवसर साबित हो सकती है।