अगर आप एक ऐसे स्टॉक की तलाश में हैं जो आपके निवेश को सुरक्षित रखते हुए अच्छा रिटर्न दे, तो स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी आपके लिए एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। भारत में सौर ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है, और सरकार भी इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठा रही है।
स्टर्लिंग एंड विल्सन, जो सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है, इस बढ़ती मांग का सीधा लाभ उठा रही है।पिछले एक साल में कंपनी के शेयरों की कीमत में करीब 76% की बढ़ोतरी देखी गई है, जो इसे निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बनाता है। प्रमुख ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने इस शेयर को खरीदने की सलाह दी है और उनका मानना है कि यह स्टॉक भविष्य में 30% तक का लाभ दे सकता है।
स्टर्लिंग एंड विल्सन शेयर में निवेश वित्तीय मजबूती
शुक्रवार के कारोबारी सत्र में स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी के शेयर में 1.55% की बढ़त दर्ज की गई, जिससे स्टॉक की कीमत बीएसई पर ₹672.85 तक पहुंच गई। इस बढ़त के साथ कंपनी का मार्केट कैप ₹15,702 करोड़ हो गया है।
स्टॉक का 52-वीक हाई ₹828 और 52-वीक लो ₹253.45 है, जो इसके प्रदर्शन में स्थिरता को दर्शाता है। हाल ही में आए तिमाही परिणामों ने कंपनी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत किया है। मुनाफे में वृद्धि और कर्ज में कमी ने निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है। इसके अलावा, कंपनी की ऑर्डर बुक भी काफी मजबूत है, जो आने वाले समय में इसके बेहतर प्रदर्शन की ओर इशारा करती है।
जानते हैं टारगेट प्राइस के बारे में
ब्रोकरेज फर्म आनंद राठी ने स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी के शेयरों पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए इन्हें बाय रेटिंग दी है और ₹870 का टार्गेट प्राइस तय किया है। यह मौजूदा शेयर मूल्य से लगभग 30% अधिक है।
29 अगस्त, 2024 की रिसर्च रिपोर्ट में, ब्रोकरेज ने बताया कि वैश्विक स्तर पर 2023 में रिन्यूएबल एनर्जी कैपिसिटी में रिकॉर्ड 507 गीगावॉट की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल की तुलना में 50%ज्यादा है। भारत में भी 2030 तक यह क्षमता 500 गीगावॉट तक पहुंचने की उम्मीद है (वित्त वर्ष 2024 के अंत में यह 192 गीगावॉट थी)। आनंद राठी का मानना है कि स्टर्लिंग एंड विल्सन जो एक प्रमुख सोलर EPC और O&M सर्विस प्रोवाइडर है, इस वृद्धि से सीधा लाभ उठाएगी।
क्या पहली तिमाही में घाटे से मुनाफे की ओर बढ़ी कंपनी जानिए
स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी ने जून तिमाही में ₹4.83 करोड़ का शुद्ध मुनाफा दर्ज किया, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में कंपनी को ₹95.32 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी की कुल आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो एक साल पहले की ₹522.35 करोड़ से बढ़कर इस तिमाही में ₹927.89 करोड़ हो गई। हालांकि, तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च बढ़कर ₹913.23 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल यह ₹617.68 करोड़ था।