Patanjali Ka 3kw Ka Solar System kharcha: सोलर पैनल का इस्तेमाल आजकल घरेलू ऊर्जा के स्रोत के रूप में बढ़ चुका है। इसके साथ ही, इसके प्रयोग से घरेलू बिजली की बिल कम होती है और पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाने में मदद मिलती है। पतंजलि कंपनी अलग-अलग प्रकार के सोलर पैनल प्रदान करती है, जो आपकी जरूरतों और तकनीकी अनुकूलताओं को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं।
अब आता है प्रश्न, सोलर पैनल लगवाने का खर्च। यह खर्च विभिन्न कारणों पर निर्भर करता है, जैसे पैनलों की मात्रा, इन्वर्टर की गुणवत्ता, और इंस्टॉलेशन का शुल्क। सामान्यतः, तीन किलोवॉट के सोलर सिस्टम के लिए लगभग 3 लाख से 4 लाख रुपये का खर्च आता है।
यदि आप घर पर सोलर पैनल लगवाने का विचार कर रहे हैं, तो सही तकनीकी ज्ञान और विशेषज्ञ सलाह की आवश्यकता होती है। सोलर पैनल के चुनाव से लेकर इन्वर्टर की सामग्री और सोलर सिस्टम के इंस्टॉलेशन तक, सभी प्रक्रियाएं ध्यानपूर्वक की जानी चाहिए।
पतंजलि 3 किलोवाट Polycrystalline सोलर पैनल का मूल्य आपकी ऊर्जा की बचत के लिए सबसे सटीक विकल्प
Polycrystalline सोलर पैनल आजकल घरेलू ऊर्जा के सबसे प्रसिद्ध स्रोतों में से एक हैं। ये दोहरी कमी के साथ आते हैं – कम खर्च और उच्च प्रदर्शन। Polycrystalline सोलर पैनल अधिकतर बजट-मित्र माने जाते हैं। 3 किलोवाट के सोलर पैनल की लागत लगभग 85 हजार रुपए होती है, जो कीमत के अनुसार उत्कृष्ट बचत प्रदान करते हैं।
हालांकि, Polycrystalline सोलर पैनल की कमजोरी है कि वे सर्दियों या बारिश के दिनों में अधिक बिजली नहीं उत्पन्न करते हैं। ये कम एफिशिएंसी वाले पैनल होते हैं, जो कम उच्चता के कारण अधिक धूप की आवश्यकता होती है।
पतंजलि 3 किलोवाट Mono Perc सोलर पैनल कीमत ऊर्जा के लिए एक प्रगतिशील विकल्प
Mono Perc टेक्नोलॉजी से निर्मित सोलर पैनल वर्तमान में ऊर्जा संग्रहण के क्षेत्र में उत्कृष्ट माने जाते हैं। यह प्रौद्योगिकी सोलर पैनल की प्रदर्शन क्षमता को बढ़ाती है और ऊर्जा उत्पादन को बढ़ाती है। आमतौर पर, Mono Perc टेक्नोलॉजी के 3 किलोवाट सोलर पैनल की कीमत लगभग 1 लाख रुपये होती है। इस निवेश से आप ऊर्जा बचत करने में सक्षम होते हैं और पैनल के प्रदर्शन में भी सुधार पाते हैं।
Mono Perc सोलर पैनल के लिए अधिक पैसे खर्चने का निर्णय बुद्धिमानी का प्रतीक हो सकता है। यह सोलर पैनल सर्दियों और बारिश के समय भी अधिक बिजली उत्पादित करने में सक्षम होते हैं, जो कीमत के साथ साथ ऊर्जा की बचत में भी सहायक होता है।
सोलर चार्ज कंट्रोलर छोटे या बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए उपयुक्त
सोलर ऊर्जा को बचाने और उपयोग करने के लिए, सोलर चार्ज कंट्रोलर एक महत्वपूर्ण उपकरण है। यह उपकरण सोलर पैनल द्वारा उत्पन्न ऊर्जा को बैटरी में सहेजने और प्रबंधित करने में मदद करता है। अगर आप 3 किलो वाट के सोलर पैनल लगाने का विचार बना रहे हैं, तो निम्नलिखित दो सोलर चार्ज कंट्रोलर उपयोगी हो सकते हैं।
MPPT (Maximum Power Point Tracking) सोलर चार्ज कंट्रोलर उच्चतम ऊर्जा प्रदर्शन प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं। ये चार्ज कंट्रोलर बैटरी के लिए ऊर्जा प्रदान करने के साथ-साथ सोलर पैनल से अधिक संग्रहण करने की क्षमता रखते हैं। इसके लिए Victron Energy MPPT और Renogy Rover MPPT जैसे प्रमुख ब्रांड्स उपलब्ध हैं। PWM (Pulse Width Modulation) सोलर चार्ज कंट्रोलर लागत में कम होते हैं और छोटे प्रोजेक्ट्स के लिए उपयुक्त होते हैं।
ये सोलर चार्ज कंट्रोलर बैटरी को अधिक चार्ज करने की क्षमता रखते हैं लेकिन MPPT कंट्रोलर की तुलना में कम ऊर्जा प्रदर्शन प्रदान करते हैं। Su-Kam, Luminous और Microtek जैसी कंपनियां PWM सोलर चार्ज कंट्रोलर्स प्रदान करती हैं।
Ashapower Neon 80 सबसे बेहतरीन सोलर चार्ज कंट्रोलर
Ashapower Neon 80 सोलर चार्ज कंट्रोलर एक उत्कृष्ट उपकरण है जो आपको बैटरी से लेकर बैटरी तक के सिस्टम के लिए उपयुक्त है। इसकी विशेषता यह है कि यह तीन बैटरी वाले इनवर्टर के साथ भी काम कर सकता है, जिससे आप 3 किलोवाट तक के सोलर पैनल का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, चार बैटरी वाले इनवर्टर के साथ भी आप 4 किलोवाट तक के सोलर पैनल इसके साथ लगा सकते हैं। यह सोलर चार्ज कंट्रोलर MPPT टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है, जो ऊर्जा को अधिकतम रूप से प्राप्त करने में मदद करता है। इस तकनीकी उपाय के कारण, यह थोड़ा महंगा हो सकता है, लेकिन इसकी प्रदर्शन क्षमता और उत्कृष्ट विश्वसनीयता उसे लायक बनाती है।
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