खेती के काम में बढ़ावा करने का एक नया तरीका आ गया है – कुसुम योजना। अब किसानों को सोलर कृषि के लिए बड़ी मदद मिलेगी। इसके तहत, एक लाख सोलर पम्प खेतों में लगाए जाएंगे। कुसुम योजना के जरिए, किसानों को पानी की बेहतरी के लिए सहायता दी जाएगी। साथ ही, महावितरण के माध्यम से भी एक लाख सोलर पंपों की स्थापना की जाएगी।
यह सोलर पंप किसानों को बिजली की सहायता से मुक्त करेगी। कुसुम योजना का लक्ष्य है कि किसानों को नए तकनीकी उपायों के साथ-साथ अधिक ऊर्जा सहायता मिले। यह कदम किसानों के लिए बड़ी राहत होगी, जो अब अपनी खेती को और भी सुरक्षित बना सकेंगे।
4000 मेगा वाट की सौर ऊर्जा से जुड़ा नया सपना।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बड़ा कदम उठाते हुए बांद्रा के प्रकाशगढ़ कार्यालय में एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने घोषणा की कि लगभग 4000 मेगा वाट का फीडर सौर ऊर्जा से जुड़ा होगा। इस नई योजना के अंतर्गत, किसानों को दिन भर बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी, जिससे उनकी जिंदगी में आएगा नया रोशनी का सफर। इसके साथ ही, किसानों को बिजली की सब्सिडी का भी लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आर्थिक बढ़त होगी। यह योजना न केवल ऊर्जा संकट को हल करेगी, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि लाएगी।
जानिए किसानों की आय में वृद्धि का उपाय
किसानों के लिए एक और बड़ी खबर आ रही है! अब ‘कुसुम योजना’ के अंतर्गत, जो किसानों के खेतों में कृषि फीडर लगाए जाएंगे, उन्हें जमीन का किराया भी मिलेगा। यह उनकी आमदनी में एक बड़ी बदलाव लाएगा और उन्हें अपनी भूमि पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण आय का स्रोत भी प्राप्त होगा। इसके साथ ही, यह एक प्रयास है कि राज्य में विद्युत उत्पादन के खर्च को कम किया जाए। धर्मल पावर परियोजना को बंद करके, नई और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए सोलर परियोजनाओं को शुरू किया जाएगा।
हाल ही में हुई बैठक में, उपमुख्यमंत्री ने बताया कि राई जलाशय के बाद अब जायकवाड़ा बांध में भी सोलर पावर प्लांट की स्थापना की जा रही है। यह एक और कदम है जो ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में है। इससे किसानों की भूमि पर और भी सहायता मिलेगी और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।