प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, बिजली उत्पादक एसजेवीएन की चार परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण क्षण में, उन्होंने समर्पण के साथ ही यह देखा कि यह प्रोजेक्ट्स राष्ट्र के विकास में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान करेंगे।
यह प्रोजेक्ट्स विभिन्न क्षेत्रों में बिजली उत्पादन के लिए हैं और उनमें समाविष्ट हैं बिजली उत्पादन, जल आपूर्ति, और समुद्री बिजली उत्पादन। मोदी ने इन प्रोजेक्ट्स को उद्घाटन करते समय व्यक्त किया कि ये परियोजनाएं राष्ट्र के ऊर्जा स्वावलंबन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति के पास भी हैं 216 करोड़ शेयर, ₹125 पर आया भाव। यह उपलब्धि राष्ट्र के ऊर्जा क्षेत्र में मोदी सरकार के प्रयासों की प्रशंसा के लिए एक और प्रमाण है।इस घटना के उद्घाटन के साथ, भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में नई ऊर्जा क्षमताओं के साथ-साथ नई संभावनाओं की खोज और विकास के लिए एक नया मील का पत्थर रखा गया है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो राष्ट्र को ऊर्जा स्वावलंबन की दिशा में अग्रसर करेगा और साथ ही उत्पादन क्षमता में वृद्धि को भी प्रोत्साहित करेगा।
नई ऊर्जा की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी के उत्साह से उद्घाटन
भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में नई ऊर्जा क्षमताओं की खोज और विकास के लिए एक नया मील का पत्थर रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिजली उत्पादक एसजेवीएन की कुल 5,515 करोड़ रुपये लागत की चार परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जो सोमवार को राष्ट्र को समर्पित की गईं। ये परियोजनाएं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, और असम में स्थित हैं, जो राष्ट्र के ऊर्जा स्वावलंबन को मजबूत करेंगी।
इन परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ, एसजेवीएन के शेयर भारतीय निम्न उच्च स्तरीय वित्तीय बाजार में एक उत्साहजनक चरण देख रहे हैं। इस उत्साह के साथ, एसजेवीएन के शेयर आज बीएसई पर 4% तक चढ़कर 125.65 रुपये पर बंद हुए हैं। यह वृद्धि निश्चित रूप से बाजार में उत्साह को प्रकट करती है और यह उत्पादक कंपनी के परियोजनाओं के प्रति बाजार की आशा को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऊर्जा क्षेत्र में नए कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नेतृत्व किये जा रहे ऊर्जा क्षेत्र में नए कदमों का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने तेलंगाना के आदिलाबाद से ऑनलाइन माध्यम से चार बिजली स्टेशनों का राष्ट्र को समर्पित किया है। इनमें उत्तराखंड में 60 मेगावाट क्षमता का नैटवार मोरी हाइड्रो पावर स्टेशन और उत्तर प्रदेश में 75 मेगावाट क्षमता का परासन सौर ऊर्जा स्टेशन, 75 मेगावाट क्षमता का गुरहा सौर ऊर्जा स्टेशन और 50 मेगावाट क्षमता का गुजराई सौर ऊर्जा स्टेशन शामिल हैं।
इस अत्यंत महत्वपूर्ण कदम के साथ-साथ, एसजेवीएन की तीन और परियोजनाओं की भी आधारशिला रखी गई है। इनमें सम्मिलित हैं 382 मेगावाट की सुन्नी बांध पनबिजली परियोजना, हिमाचल प्रदेश में 15 मेगावाट नांगल ‘फ्लोटिंग’ सौर ऊर्जा परियोजना, और अगा में 70 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना। यह योजनाएं 2070 तक शुद्ध रूप से शून्य कार्बन उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था हासिल करने के देश के लक्ष्य में महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
एसजेवीएन के शेयरों में तेजी का आधार
भारतीय बाजार में एसजेवीएन के शेयरों में बढ़ती रुझान को देखते हुए बहुत सारे निवेशकों का ध्यान इस कंपनी की ओर आकर्षित हो रहा है। आज बीएसई पर यह शेयर 4% तक चढ़कर 125.65 रुपये के इंट्रा डे हाई पर बंद हुए हैं।
पिछले छह महीनों में इसने 90% का रिटर्न दिया है, जबकि सालभर में इसमें 280% की तेजी आई है। यह तेजी बाजार के विश्वास को दर्शाती है कि निवेशक एसजेवीएन में विश्वास करते हैं और इसकी भविष्यवाणियों को सकारात्मक मानते हैं।
जब हम शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करते हैं, तो दिसंबर 2023 तक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में एसजेवीएन लिमिटेड में 81.85 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर के पास है। यहाँ एक और महत्वपूर्ण तथ्य है कि इस सरकारी कंपनी में प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया भी प्रमोटर हैं।
प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया के पास कंपनी के 2,16,13,45,449 या 55 फीसदी शेयर हैं। इसके अलावा, 18.15 हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। यह शेयरहोल्डिंग पैटर्न भी निवेशकों को इस कंपनी में भरोसा दिलाने में मदद करता है।
एसजेवीएन के शेयरों का प्रदर्शन: एक विश्लेषण
एसजेवीएन के शेयरों में हाल ही में दिख रही तेजी के बारे में विश्लेषण करते हुए, यह स्पष्ट हो रहा है कि बाजार में इस कंपनी के शेयरों की बढ़ती प्रतिस्पर्धा और विश्वास का स्तर उच्च है। अंतिम कुछ महीनों में, एसजेवीएन के शेयरों में लगातार बढ़ती रुझान दिख रही है।
आज बीएसई पर इस शेयर की वृद्धि 4% तक हो गई है, जो कि एक उत्कृष्ट प्रदर्शन का प्रतीक है। पिछले छह महीनों में इसने 90% का रिटर्न दिया है, और सालभर में इसमें 280% की तेजी आई है। यह वृद्धि निवेशकों को आत्मविश्वास दिलाती है कि उनका निवेश सही दिशा में जा रहा है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें, तो दिसंबर 2023 तक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में एसजेवीएन लिमिटेड में 81.85 फीसदी हिस्सेदारी प्रमोटर के पास है। इसके अलावा, प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया भी प्रमोटर हैं, जिनके पास कंपनी के 55% शेयर हैं।
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