आज के समय में सोलर एनर्जी हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा बनती जा रही है। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोलर पैनल इंस्टालेशन के लिए आसान लोन की सुविधा देकर इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। सोलर पैनल्स के जरिए बिजली उत्पादन पर्यावरण के अनुकूल है और इससे आपके बिजली के बिल में भी कमी आती है।
सरकार की पीएम सूर्य घर योजना के तहत लाखों परिवारों को सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी और आसान लोन मिल रहा है। इस योजना का मकसद हर घर को ऊर्जा के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है। सोलर पैनल लगवाने से न केवल आपकी बिजली की जरूरत पूरी होती है, बल्कि यह आपके मासिक खर्चों को भी कम करता है।
पीएम सूर्य घर योजना क्या है जानिए सोलर एनर्जी से पाएं मुफ्त बिजली और बचत का मौका
सोलर एनर्जी का उपयोग आज हर परिवार की आवश्यकता बनता जा रहा है। इसी को बढ़ावा देने के लिए भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोलर पैनल इंस्टालेशन के लिए आसान लोन की सुविधा शुरू की है। सोलर पैनल न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि बिजली के भारी-भरकम बिलों को भी कम करने में मदद करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई “पीएम सूर्य घर योजना” के तहत, सरकार का लक्ष्य 1 करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाना है। इस योजना के तहत, नागरिक हर महीने 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा, सरकार ने ₹75,000 करोड़ का बड़ा बजट इस योजना के लिए निर्धारित किया है।
नागरिक 1 किलोवाट से 10 किलोवाट तक का सोलर पैनल सिस्टम इंस्टाल कर सकते हैं। यह योजना विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वर्ग के परिवारों के लिए बनाई गई है, जिससे वे बिजली के खर्चों में राहत पा सकें। सोलर पैनल एक दीर्घकालिक निवेश है जो 20-25 वर्षों तक टिकता है।
कैसे पाएं सब्सिडी का लाभ जानिए
पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोलर पैनल इंस्टालेशन पर सब्सिडी का लाभ उठाना अब और भी आसान हो गया है। इसके लिए आपको केवल MNRE (नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय) द्वारा पंजीकृत सोलर विक्रेता से ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम खरीदना होगा। यह योजना मुख्य रूप से उन घरों के लिए है, जो अपनी छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली की बचत करना चाहते हैं।
सब्सिडी के तहत, 1 किलोवाट सिस्टम के लिए ₹30,000, 2 किलोवाट के लिए ₹60,000, और 3 से 10 किलोवाट के सिस्टम पर अधिकतम ₹78,000 तक की सब्सिडी दी जाती है। इसके अलावा, नेट-मीटरिंग के जरिए आप ग्रिड पर अतिरिक्त बिजली भेज सकते हैं, जिससे बिजली के बिल में और कमी आती है।