गर्मियों के सीजन में जब तापमान आसमान छूने लगता है, तो हर कोई अपने घर में एयर कंडीशनर लगवाना चाहता है। लेकिन बिजली के बिल की चिंता हमें एयर कंडीशनर चालू करने से पहले दस बार सोचने पर मजबूर कर देती है। बिजली का भारी बिल देखते हुए, बहुत से लोग एयर कंडीशनर होते हुए भी उसे चालू नहीं करते।
इसी समस्या का समाधान है सोलर 1 टन एसी, जो आपकी बिजली की खपत को न्यूनतम कर देगा। सोलर एसी लगाने से आप बिना बिजली बिल की चिंता के 24 घंटे एसी का आनंद ले सकते हैं। सोलर पावर से चलने वाला यह एसी न सिर्फ पर्यावरण के लिए अच्छा है, बल्कि आपके बजट के लिए भी फायदेमंद है।
आप सोलर एसी से बचा सकते हैं बिजली का बिल
गर्मियों में बढ़ते तापमान के साथ ही एयर कंडीशनर की जरूरत भी बढ़ जाती है, लेकिन बिजली के भारी बिल का ख्याल हमें एयर कंडीशनर इस्तेमाल करने से रोकता है। ऐसे में सोलर एसी एक शानदार समाधान है, जो आपके बिजली बिल को काफी हद तक कम कर सकता है।
भारतीय बाजार में सोलर एयर कंडीशनर विभिन्न क्षमताओं में उपलब्ध हैं, जैसे 1 टन, 1.5 टन, और 2 टन। आप अपनी जरूरत के अनुसार इनमें से किसी भी क्षमता वाला एसी चुन सकते हैं। खासतौर पर 1 टन की क्षमता वाले सोलर एसी में आपको कंप्रेसर की विशेष तकनीक मिलती है, जो तापमान के साथ बिजली की खपत को कम करती है।
जब कमरे का तापमान 40 डिग्री से अधिक हो जाता है, तो इसका हाई स्पीड कंप्रेसर बिजली की खपत को बढ़ने से रोकता है। इस सोलर एसी में 95% तक बिजली बचाने की क्षमता होती है, जिसका मतलब है कि अगर आप इसे एक बार इंस्टॉल कर लेते हैं, तो अगले 10 सालों तक आपको बिजली बिल की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। कंपनी की ओर से पीसीबी पर 5 साल की वारंटी, कंप्रेसर पर 10 साल की वारंटी और प्रोडक्ट पर 1 साल की वारंटी भी दी जाती है, जो इसे एक भरोसेमंद विकल्प बनाता है।
क्या है 1 टन एसी की कीमत जानें
अगर आप नॉर्मल एयर कंडीशनर का उपयोग करते हैं, तो हर महीने आपका बिजली बिल लगभग ₹4000 से ₹5000 तक आ सकता है। लेकिन सोलर एयर कंडीशनर का उपयोग शुरू करने से आपकी 99% तक बिजली खर्च की बचत हो सकती है।
सोलर एसी बिजली की खपत को काफी कम कर देता है, जिससे आप बिना चिंता के गर्मियों में ठंडक का आनंद ले सकते हैं। सोलर 1 टन एसी की शुरुआती कीमत ₹25000 से शुरू होती है। यह कीमत थोड़ी अधिक लग सकती है, लेकिन बिजली बिल में होने वाली भारी बचत को देखते हुए यह एक लंबे समय तक फायदे का सौदा साबित होता है।
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