सर्दियों के मौसम में गर्म पानी की जरूरत हर घर में होती है, और इसे पूरा करने के लिए कई लोग इलेक्ट्रिक गीज़र, इमर्शन रॉड जैसी चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं। हालाँकि, ये विकल्प बिजली की खपत बढ़ाने के साथ-साथ आपके बिजली बिल को भी काफी बढ़ा देते हैं।
इसी समस्या का समाधान सोलर गीज़र के रूप में मौजूद है, जो न केवल बिजली की लागत को घटाता है बल्कि एक पर्यावरण-हितैषी विकल्प भी है। बिजली की बचत-सोलर गीज़र सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करता है, जिससे बिजली की खपत नहीं होती और आपका बिल कम आता है।
सोलर गीज़र की कीमत
किफायती विकल्प- शुरुआत में सोलर गीज़र की कीमत इलेक्ट्रिक गीज़र से थोड़ी अधिक होती है (लगभग ₹15,000 से ₹40,000), लेकिन यह लंबे समय में सस्ता साबित होता है।लो मेंटेनेंस- एक बार इंस्टाल होने के बाद सोलर गीज़र को अधिक रखरखाव की जरूरत नहीं होती।
पर्यावरण-अनुकूल- यह ग्रीन एनर्जी का उपयोग करता है, जिससे कार्बन फुटप्रिंट भी कम होता है। सोलर गीज़र लगाने में चुनौतियां- हालांकि सोलर गीज़र के कई फायदे हैं, लेकिन इसकी लागत और इंस्टालेशन स्पेस भी एक चुनौती हो सकती है। इसके अलावा, यह सर्दियों के धुंध भरे दिनों में उतनी कुशलता से काम नहीं कर पाता है जितना कि सूर्य की तेज रोशनी में।
आइये जानते हैं सोलर गीज़र के बारे में
सर्दियों में गर्म पानी की जरूरत हर घर में होती है, लेकिन बिजली पर चलने वाले गीज़र से बिजली का बिल भी बढ़ता है और ऊर्जा की खपत भी होती है। ऐसे में सोलर गीज़र एक बेहतरीन और पर्यावरण-संरक्षण करने वाला विकल्प है क्योंकि यह सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करता है, जिससे बिजली का उपयोग कम होता है और प्रदूषण नहीं होता। कैसे काम करता है सोलर गीज़र?
सोलर गीज़र पूरी तरह से सूर्य की रोशनी पर निर्भर होता है और इसे छत पर लगाया जाता है, जहां धूप सीधी पड़ती है। धूप से यह अपने सोलर पैनल के माध्यम से ऊर्जा को अवशोषित करता है और पानी गर्म करता है। यह धूप वाले दिनों में अधिक कुशलता से काम करता है, लेकिन बादल और बारिश वाले दिनों में इसकी हीटिंग क्षमता कम हो जाती है।
खासकर सर्दियों में जब धूप कम होती है, तो सुबह या शाम के समय पानी का तापमान उतना गर्म नहीं हो पाता है। सोलर गीज़र की सीमाएं- सोलर गीज़र का मुख्य नुकसान यह है कि यह केवल दिन में धूप के समय ही काम करता है। बादल भरे या बारिश के दिनों में इसकी दक्षता में कमी आ जाती है, और ऐसे में बैकअप के रूप में अन्य हीटिंग साधनों का सहारा लेना पड़ सकता है।
सोलर गीज़र इंस्टालेशन क्या है जानिए
सोलर गीज़र इंस्टाल करना एक महत्वपूर्ण काम है, क्योंकि इसे छत पर ऐसी जगह पर लगाना होता है जहां पर्याप्त धूप मिल सके। छत पर इसकी सही जगह सुनिश्चित करना जरूरी है ताकि सोलर गीज़र अपने पैनल के माध्यम से सूरज की रोशनी को अधिकतम अवशोषित कर सके और पानी को तेजी से गर्म कर सके।
यदि आपकी छत पर खुली जगह या ऊंचाई कम है, तो सोलर गीज़र को इंस्टाल करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसके बड़े आकार और वजन के कारण भी इसे छोटी छतों पर लगाना कठिन होता है।खुली जगह की जरूरत-सोलर गीज़र को स्थापित करने के लिए छत पर पर्याप्त खुली जगह चाहिए, जहां सूरज की रोशनी सीधी पड़ सके।
सोलर गीज़र तुरंत गर्म पानी नहीं देता, इसे पानी गर्म करने में 1-2 घंटे तक का समय लग सकता है। इसलिए, यदि आपको तुरंत गर्म पानी चाहिए तो यह एक उपयुक्त विकल्प नहीं हो सकता। उच्च लागत-सोलर गीज़र की कीमत भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसकी शुरुआती लागत ₹15,000 से ₹30,000 तक हो सकती है, जो आम इलेक्ट्रिक गीज़र से कहीं अधिक है। इस वजह से, यदि आपका बजट सीमित है, तो इसे खरीदना थोड़ा कठिन हो सकता है।