कूलर को सोलर पैनल से चलाने का विचार सही है, लेकिन सही साइज के पैनल का चयन करने से पहले आपको कूलर की विशेषताओं का ध्यान देना होगा। आपका कूलर कितना बड़ा है और उसका पावर कंजम्प्शन क्या है, ये जानने के लिए कूलर पर लगे मोटर के ऊपर दिया गया पर्चा देख सकते हैं।
अगर आपके पास तीन से चार फिट की हाईट ka एक कूलर है तो उसमें लगने वाली मोटर का पावर कंजप्शन लगभग 130 से 140 वॉट तक होगा अगर आप इस कलर के लिए सोलर पैनल लगवा रहे हैं तो आपको लगभग 150 वाट का सोलर चाहिए होगा। यदि पर्चा नहीं मिलता है, तो आप एनर्जी मीटर का उपयोग करके मोटर का पावर कंजम्प्शन जांच सकते हैं। एनर्जी मीटर का उपयोग करके आप आसानी से मोटर की बिजली का उपयोग निकाल सकते हैं।
जानिए कौन सा लेना होगा इन्वर्टर 150 वाट कूलर के लिए
कूलर को सोलर पैनल से चलाने के बाद, अब आपको इनवर्टर की भी आवश्यकता होगी। क्योंकि सीधे सोलर पैनल से चलाया गया कूलर आपको उत्पादन में बाधा डाल सकता है, खासकर जब बिजली की आपूर्ति कम हो जाती है। इसलिए, इनवर्टर का उपयोग किया जाता है ताकि सोलर पैनल से आने वाली बिजली को नियंत्रित किया जा सके और उपकरणों को सही तरीके से संचालित किया जा सके।
150 वाट कूलर के लिए, हमने पहले ही 180 वाट के 2 सोलर पैनल का सुझाव दिया है। इसके साथ ही, आपको कम से कम 500 वाट का इनवर्टर लगाना होगा। लेकिन यदि आपके पास 1000 वाट का इनवर्टर है, तो आप उसका उपयोग कर सकते हैं। इससे आपको बिजली की उपलब्धता में बदलाव के समय में इनवर्टर को बदलने की जरूरत नहीं होगी।
सही बैटरी का चयन
150 वाट कूलर के लिए हमने पहले ही 180 वाट के 2 सोलर पैनल का सुझाव दिया था। इसके साथ ही, आपको सही बैटरी का चयन भी करना होगा। 180 वाट के पैनलों से 150 एएच की बैटरी आराम से चार्ज हो जाएगी और इससे आपका कूलर रातभर चल सकेगा। इसलिए, 150 एएच की सोलर बैटरी का चयन करें।
बैटरी को खरीदते समय ध्यान दें कि वह सोलर बैटरी होनी चाहिए, नार्मल बैटरी नहीं। सोलर बैटरी सोलर पैनल से तेजी से चार्ज होती हैं और ज्यादा समय तक चल सकती हैं। इसलिए, सोलर डीलर से ही सोलर पैनल, इनवर्टर और बैटरी को खरीदें।
जब भविष्य में आवश्यक हो, तो पैनलों की संख्या बढ़ाएं और एक अतिरिक्त बैटरी लगा सकते हैं। इससे आपका 1000 यूए का इनवर्टर भी चलता रहेगा। 150 वाट कूलर के लिए 180 वाट के 2 पैनल, 1000 वॉट का इनवर्टर, और 150 एएच की बैटरी का चयन करें। यह सेटअप कूलर को सही से चलाने के लिए काफी है।
यहाँ देखें खर्चा:
- पैनल: ₹16,000
- इनवर्टर: ₹6,000
- बैटरी: ₹15,000
- कुल खर्चा लगभग ₹37,000 होगा।
सोलर पैनल की कंपनी का चयन
भारत में, पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल की कई कंपनियां हैं जो कि बहुत लोगों की पसंद है। यह सोलर पैनल सस्ता भी होता है और उन इलाकों के लिए उपयुक्त होता है जहां पूरे दिन धूप होती है। अगर आप पहाड़ी क्षेत्र में हैं, जहां धूप कम होती है, तो मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल का चयन कर सकते हैं। यह सोलर पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन से थोड़ा महंगा होता है, लेकिन कम धूप में भी पूरी बिजली उत्पन्न करता है।
अगर आप सोलर पैनल खरीदने में कन्फ्यूजन महसूस कर रहे हैं, तो आपको सोलर पैनल के विभिन्न प्रकारों के बारे में अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए। आपको इस निर्देशिका में ये जानकारी मिलेगी कि कौन-कौन से सोलर पैनल होते हैं, और इनमें कौन सा पैनल किस प्रकार के इलाकों के लिए उपयुक्त है।
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