सुजलॉन एनर्जी, जो कभी अपने शेयरों की खराब स्थिति के कारण चर्चा में थी, अब निवेशकों के लिए शानदार रिटर्न दे रही है। साल 2024 की बात करें तो इस कंपनी ने अब तक अपने निवेशकों को 108 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है, यानी उनका पैसा लगभग दोगुना हो चुका है। पिछले एक साल में ही शेयर की कीमत में 294.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले चार वर्षों में इस शेयर ने 2026 प्रतिशत का जबरदस्त उछाल देखा है।
अब सवाल उठता है, क्या आगे भी यह तेजी जारी रहेगी? इस स्थिति में निवेशकों के लिए सही कदम क्या हो सकता है? विशेषज्ञों की सलाह है कि इस समय कुछ मुनाफा बुक करना फायदेमंद हो सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में अच्छे रिटर्न की संभावना को देखते हुए कुछ हिस्सेदारी बरकरार रखना भी समझदारी हो सकती है। निवेशक अपनी जोखिम क्षमता और भविष्य की रणनीति को ध्यान में रखते हुए ही कोई निर्णय लें।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों पर प्रकाश गाबा की सलाह: मुनाफावसूली का सही समय?
प्रसिद्ध तकनीकी विश्लेषक प्रकाश गाबा के अनुसार, यदि किसी निवेशक ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर में मुनाफा कमाया है, तो अब सही समय है कि वह कम से कम 50 प्रतिशत मुनाफा बुक कर ले। उनका मानना है कि सुजलॉन एनर्जी के चार्ट्स वर्तमान में थोड़ा खिंचे हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि आगे के लिए सतर्क रहना जरूरी है।
गाबा ने सुझाव दिया है कि 100 रुपये का स्तर इस शेयर के लिए एक मनोवैज्ञानिक बैरियर साबित हो सकता है, जहां मुनाफावसूली हो सकती है। निवेशकों के लिए यह समय मुनाफा बचाने का है, क्योंकि भविष्य में इस शेयर में कुछ अस्थिरता देखने को मिल सकती है।
गाबा का यह भी कहना है कि सुजलॉन एनर्जी का शेयर 96 रुपये के स्तर तक पहुंच सकता है, इसलिए निवेशकों को अपनी निवेश रणनीति को पुनः विचार करना चाहिए। इस सलाह को ध्यान में रखते हुए, निवेशक अपने मुनाफे को सुरक्षित रखने के लिए सही कदम उठा सकते हैं।
सुजलॉन एनर्जी की अप्रैल-जून 2024 तिमाही में शानदार प्रदर्शन: मुनाफे में तीन गुना उछाल
अप्रैल-जून 2024 तिमाही में सुजलॉन ग्रुप ने अपने प्रदर्शन से निवेशकों को खुश कर दिया है। इस तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर लगभग तीन गुना बढ़कर 302 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो एक साल पहले इसी अवधि में 101 करोड़ रुपये था। यह बढ़ोतरी कंपनी की बेहतर वित्तीय स्थिति और बढ़ती मांग का स्पष्ट संकेत है।
रेवेन्यू के मामले में भी सुजलॉन ने जबरदस्त प्रगति की है। जून 2024 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू बढ़कर 2,016 करोड़ रुपये हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 1,348 करोड़ रुपये था।
सुजलॉन एनर्जी का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि कंपनी ने अपने ऑपरेशन्स और मार्केटिंग में सुधार करते हुए अपने वित्तीय आंकड़ों में मजबूती लाई है। निवेशकों के लिए यह संकेत हो सकता है कि कंपनी का भविष्य उज्ज्वल है और इसमें निवेश को लेकर वे सकारात्मक रुख अपना सकते हैं।
सुजलॉन एनर्जी: एक समय 2 रुपये तक लुढ़का शेयर अब 79.93 रुपये पर
सुजलॉन एनर्जी ने 2005 में शेयर बाजार में कदम रखा था। एक दौर ऐसा भी आया जब इसका शेयर मात्र 2 रुपये पर पहुंच गया था। हालांकि, 16 अगस्त को बीएसई पर यह शेयर 4% की बढ़त के साथ 79.93 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप अब 1.08 लाख करोड़ रुपये हो गया है। पिछले 5 कारोबारी दिनों में यह शेयर करीब 8% मजबूत हुआ है।
सुजलॉन एनर्जी को कवर करने वाले 5 में से 3 एनालिस्ट्स ने इसे ‘खरीदें’ की रेटिंग दी है, जबकि 2 ने ‘होल्ड’ की सलाह दी है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने ‘होल्ड’ रेटिंग के साथ इसका टारगेट प्राइस 64 रुपये रखा है, जो मौजूदा भाव से लगभग 20% कम है। वहीं, ICICI Securities ने ‘एड’ रेटिंग के साथ 70 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है।
इस तरह, सुजलॉन एनर्जी ने एक कठिन दौर से गुजरते हुए, आज एक मजबूत स्थिति हासिल कर ली है। यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण स्टॉक बनता जा रहा है।