भारत की जानी-मानी एनर्जी कंपनी, सुजलॉन एनर्जी ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। कंपनी ने अपने कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर ‘वन अर्थ’ को बेचने का फैसला किया है। हालांकि, इसे बेचने के बाद सुजलॉन इस प्रॉपर्टी को लीज पर वापस लेगी। ‘वन अर्थ’ नॉन-कोर बिजनेस संपत्ति के रूप में गिनी जाती है, और कंपनी इसे मोनेटाइज करके अपनी वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने की योजना बना रही है।
इस कदम से कंपनी को आवश्यक पूंजी प्राप्त होगी, जिसे वह अपने मुख्य व्यवसाय और विकास योजनाओं में निवेश कर सकेगी। एनर्जी सेक्टर में सुजलॉन का यह कदम कई निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों की नजरों में आया है। कंपनी का यह निर्णय भविष्य की योजनाओं और बाजार की रणनीतियों को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
सुजलॉन एनर्जी ने की बड़ी डील: वन अर्थ मुख्यालय की बिक्री और हिस्सेदारी अधिग्रहण
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने स्टॉक एक्सचेंजों को सूचित किया है कि उन्होंने ओई बिजनेस पार्क प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक महत्वपूर्ण डील पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते के तहत, कंपनी अपने कॉर्पोरेट मुख्यालय, वन अर्थ, को बेचने जा रही है। यह संपत्ति कंपनी को ₹440 करोड़ में बेची जाएगी। हालांकि, इस बिक्री के बाद भी, सुजलॉन अगले पांच वर्षों तक वन अर्थ प्रॉपर्टी को लाइसेंसिंग अधिकारों के साथ लीज पर रखेगी, जिससे कंपनी की कार्यक्षमता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
इसके अलावा, हाल ही में सुजलॉन एनर्जी ने घोषणा की थी कि वह रेनोम एनर्जी सर्विसेज में दो चरणों में 76 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इस हिस्सेदारी को कंपनी 660 करोड़ रुपये में संजय घोडावत ग्रुप से खरीदेगी। यह कदम सुजलॉन एनर्जी के विस्तार और ग्रोथ प्लान का हिस्सा है, जिससे कंपनी अपने ऊर्जा सेवाओं के दायरे को और अधिक बढ़ाएगी। इन दोनों महत्वपूर्ण सौदों से साफ है कि सुजलॉन अपने भविष्य को लेकर स्पष्ट दिशा में कदम बढ़ा रही है, जिससे कंपनी के स्टॉक और निवेशकों में विश्वास बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयर में हल्की गिरावट, सालाना रिटर्न अब भी शानदार
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में बुधवार को मामूली गिरावट देखी गई, जहां शेयर की कीमत 0.3% की गिरावट के साथ ₹74.26 पर बंद हुई। अब सभी की नजरें गुरुवार के बाजार पर हैं, यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी के शेयर का रेस्पॉन्स कैसा रहता है। हालांकि, अगर 2024 की बात करें, तो अब तक सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 92% की बढ़त दर्ज की गई है।
वहीं, पिछले एक साल के दौरान सुजलॉन ने अपने निवेशकों को 208% का शानदार रिटर्न दिया है। इस दमदार प्रदर्शन के चलते निवेशक इस कंपनी के शेयरों को लेकर काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में यह उछाल कंपनी की हालिया डील्स और विस्तार योजनाओं का परिणाम है, जिससे भविष्य में भी इसमें निवेश के अवसर बने रह सकते हैं।
सुजलॉन ग्रुप का तिमाही मुनाफा तीन गुना बढ़ा, आय में भी उल्लेखनीय वृद्धि
सुजलॉन ग्रुप ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में जबरदस्त मुनाफा दर्ज किया है, जो लगभग तीन गुना बढ़कर 302 करोड़ रुपये पहुंच गया है। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 101 करोड़ रुपये था। कंपनी की आमदनी में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जो इस तिमाही में 2,016 करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 1,348 करोड़ रुपये थी।
इसके साथ ही, 30 जून तक कंपनी के पास 1,197 करोड़ रुपये की शुद्ध नकदी भी उपलब्ध थी, जिससे उसके वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार देखा जा रहा है। सुजलॉन ग्रुप 17 देशों में 20.8 गीगावाट की स्थापित पवन ऊर्जा क्षमता के साथ अपनी मौजूदगी बनाए हुए है। इस मजबूत प्रदर्शन से यह साफ है कि सुजलॉन ग्रुप अपने ऊर्जा क्षेत्र में लगातार विस्तार कर रहा है, जिससे कंपनी की ग्रोथ और निवेशकों की उम्मीदें बढ़ी हैं।