सुजलॉन एनर्जी ने एक्सचेंज फाइलिंग में जानकारी दी है कि उसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी, सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड पर तमिलनाडु के जीएसटी विभाग द्वारा 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस जुर्माने का उसकी वित्तीय स्थिति, संचालन या अन्य कार्यों पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। यह मामूली जुर्माना कंपनी के दैनिक कार्यों में किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न नहीं करेगा। कंपनी के अनुसार, यह एक नियमित प्रक्रिया है और इससे निवेशकों या शेयरधारकों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।
जानिए शेयर के प्रदर्शन के बारे में
सुजलॉन एनर्जी का शेयर सोमवार को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 2.82% की गिरावट के साथ 73.70 रुपये पर बंद हुआ। हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी के शेयर ने 205.81% की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की है, जिससे निवेशकों को बड़ा मुनाफा हुआ है। सुजलॉन का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर 84.29 रुपये है। शेयर की यह उतार-चढ़ाव भरी स्थिति मौजूदा बाजार परिस्थितियों का हिस्सा है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में तीसरे दिन भी गिरावट
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 2 सितंबर को लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई, जिसमें 4% से अधिक की गिरावट के साथ कंपनी का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपये से नीचे चला गया। मई से अगस्त 2024 के बीच शानदार 81% की बढ़त के बाद आई इस गिरावट ने निवेशकों को थोड़ा चिंतित किया है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट एक अस्थायी सुधार हो सकती है।