सुजलॉन एनर्जी, पवन ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी कंपनी, एक महत्वपूर्ण अपडेट के साथ सुर्खियों में है। इस खबर का असर आज यानी बुधवार, 7 अगस्त को सुजलॉन एनर्जी के शेयरों पर पड़ सकता है। रिन्यूएबल एनर्जी सॉल्यूशन प्रदान करने वाली इस कंपनी ने संजय घोडावत समूह (SGG) से रेनोम एनर्जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए निर्णायक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह कदम सुजलॉन एनर्जी के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय है, जो उनकी बाजार स्थिति को और मजबूत करेगा। रेनोम एनर्जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में हिस्सेदारी हासिल करने से सुजलॉन एनर्जी को पवन ऊर्जा के क्षेत्र में अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने में मदद मिलेगी।
इस साझेदारी से कंपनी की उत्पादन क्षमता और सेवाओं में वृद्धि होगी, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और शेयर बाजार में सकारात्मक प्रभाव दिख सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बड़े कदम का सुजलॉन एनर्जी के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में उछाल: जानें ताजा स्थिति
बुधवार को शुरुआती कारोबार में सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में 4.5% की बढ़त देखी गई। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने सुजलॉन पर ‘ओवरवेट’ बने रहने का निर्णय लिया है और प्रति शेयर ₹73.4 का टारगेट प्राइस निर्धारित किया है। मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, रेनोम की उपस्थिति सात राज्यों में है और इसका 14 अलग-अलग मेक के टर्बाइनों के रखरखाव का अनुभव है।
सुजलॉन एनर्जी पर कवरेज करने वाले पांच विश्लेषकों में से तीन ने ‘खरीदें’ की सिफारिश की है, जबकि अन्य दो ने ‘होल्ड’ रेटिंग दी है। मंगलवार को सुजलॉन एनर्जी के शेयर ₹66.26 पर बंद हुए, जो पिछले बंद भाव ₹67.91 से 2.43% कम था।
बुधवार को शेयर ₹68.21 पर खुले और बीएसई पर इंट्राडे में ₹70.90 के उच्चतम स्तर और ₹65.66 के निचले स्तर पर पहुंच गए। यह उछाल कंपनी की हालिया रणनीतिक निर्णयों और बाजार में सकारात्मक दृष्टिकोण का परिणाम है। निवेशकों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में स्थिरता और विकास की संभावनाएं बनी हुई हैं।
सुजलॉन एनर्जी का बड़ा कदम: रेनोम एनर्जी में 76% हिस्सेदारी हासिल करेगी
सुजलॉन एनर्जी ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। ईटी नाऊ की रिपोर्ट के अनुसार, सुजलॉन एनर्जी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने खुलासा किया है कि कंपनी संजय घोडावत समूह से 660 करोड़ रुपये में रेनोम एनर्जी सर्विसेज में 76% हिस्सेदारी हासिल करेगी।
यह अधिग्रहण दो किस्तों में पूरा होगा। पहली किस्त में, सुजलॉन 400 करोड़ रुपये में 51% हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। इसके बाद, दूसरी किस्त में, सुजलॉन पहली किस्त के अधिग्रहण के 18 महीनों के भीतर 260 करोड़ रुपये में अतिरिक्त 25% हिस्सेदारी हासिल करेगी।
इस प्रकार, कुल 660 करोड़ रुपये के निवेश से, सुजलॉन एनर्जी रेनोम एनर्जी में 76% हिस्सेदारी पर कब्जा कर लेगी। यह रणनीतिक कदम सुजलॉन एनर्जी की बाजार स्थिति को मजबूत करेगा और पवन ऊर्जा क्षेत्र में उसकी पकड़ को और बढ़ाएगा। निवेशकों के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे कंपनी की भविष्य की संभावनाओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
रेनोम एनर्जी सर्विसेज: जानें इसके बारे में
रेनोम एनर्जी सर्विसेज एक प्रमुख मल्टी-ब्रांड ऑपरेशन और मेंटिनेंस सर्विस प्रोवाइडर है। यह कंपनी विभिन्न ऊर्जा स्रोतों के एसेट्स के रखरखाव में विशेषज्ञता रखती है। रेनोम के पास 1,782 मेगावाट पवन ऊर्जा, 148 मेगावाट सोलर ऊर्जा, और 572 मेगावाट बीओपी एसेट्स का रखरखाव का अनुभव है।
सुजलॉन ग्रुप के वाइस चेयरमैन गिरीश तांती ने इस अधिग्रहण के बारे में कहा, “यह अधिग्रहण हमारे देश की रिन्यूएबल एनर्जी एसेट्स की सुरक्षा करते हुए विकास का लाभ उठाने के सुजलॉन समूह के दृष्टिकोण के अनुरूप है, चाहे उनका मूल निर्माण कुछ भी हो।”
यह अधिग्रहण सुजलॉन एनर्जी की रणनीतिक योजना का हिस्सा है, जिससे कंपनी की बाजार में पकड़ और मजबूत होगी और विभिन्न ऊर्जा स्रोतों में उसका अनुभव बढ़ेगा। इससे सुजलॉन एनर्जी को देश में रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने का मौका मिलेगा।