अगस्त का महीना अब समाप्त होने को है, और सितंबर का आगमन कुछ महत्वपूर्ण बदलावों के साथ हो सकता है। ये बदलाव सीधे तौर पर आपकी जेब पर असर डाल सकते हैं। सितंबर में एलपीजी गैस सिलेंडर के दामों में संभावित वृद्धि हो सकती है, जिससे घरेलू बजट पर दबाव बढ़ सकता है। इसके अलावा, क्रेडिट कार्ड से जुड़े नियमों में भी बदलाव होने की संभावना है, जिससे आपके वित्तीय लेन-देन पर असर पड़ सकता है। सरकारी कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी का भी ऐलान हो सकता है, जिससे उनकी आमदनी में इजाफा होगा। लेकिन, दूसरी ओर, इन बदलावों के चलते रोजमर्रा के खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है।
सितंबर में LPG सिलेंडर के दामों में बदलाव क्या होगा
हर महीने की शुरुआत के साथ ही LPG सिलेंडर के दामों में बदलाव की उम्मीद रहती है, और सितंबर भी इससे अछूता नहीं रहेगा। सरकार अक्सर महीने की पहली तारीख को कमर्शियल और घरेलू गैस सिलेंडरों के दामों में संशोधन करती है।
पिछले महीने, कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में 8.50 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी, जबकि जुलाई में इसके दामों में 30 रुपये की कमी आई थी। इस बार भी घरेलू और कमर्शियल गैस सिलेंडरों की कीमतों में बदलाव की संभावना है, जो सीधा आपके घरेलू बजट पर असर डाल सकता है।
ATF और CNG-PNG के दामों में संभावित बदलाव क्या होगा
सितंबर की शुरुआत के साथ ही LPG सिलेंडर की तरह एयर टर्बाइन फ्यूल (ATF) और CNG-PNG के दामों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को इन ईंधनों के दामों में संशोधन करती हैं। ATF के दामों में वृद्धि हवाई यात्राओं को महंगा बना सकती है, जबकि CNG और PNG के दामों में बदलाव का असर सीधा आपके दैनिक परिवहन और घरेलू गैस बिल पर पड़ सकता है।
तीसरे बदलाव में फर्जी कॉल्स पर लगाम जानिए
1 सितंबर से फर्जी कॉल्स और मैसेजेज़ पर सख्त कार्रवाई की उम्मीद है, जिससे आपको अनचाही परेशानियों से निजात मिल सकती है। ट्राई (TRAI) ने सभी टेलीकॉम कंपनियों, जैसे जियो, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया, और बीएसएनएल को निर्देश दिया है कि वे फर्जी कॉल्स और मैसेजेज़ पर सख्त नियंत्रण करें।
इसके लिए ट्राई ने एक नई गाइडलाइन जारी की है, जिसके तहत 30 सितंबर तक 140 मोबाइल नंबर सीरीज से शुरू होने वाली टेलीमार्केटिंग कॉल्स और कमर्शियल मैसेजिंग को ब्लॉकचेन बेस्ड डीएलटी (डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट करने का निर्देश दिया गया है। इससे उम्मीद की जा रही है कि 1 सितंबर से फर्जी कॉल्स पर काफी हद तक रोक लग जाएगी, जिससे आपकी सुरक्षा और प्राइवेसी को मजबूती मिलेगी।