अडानी ग्रुप की सीमेंट कंपनी, सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (सितंबर 2023) के नतीजे जारी कर दिए हैं, जिसमें कंपनी को भारी घाटा हुआ है। सितंबर तिमाही में कंपनी का शुद्ध घाटा 196 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह घाटा 38.8 करोड़ रुपये था।
इस घाटे का असर कंपनी के शेयर पर भी देखा गया, जो बीते शुक्रवार को 52 सप्ताह के सबसे निचले स्तर 74.17 रुपये पर बंद हुआ। शेयर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, और इस तिमाही में इसमें लगभग 1% की और कमी आई है। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती लागत और प्रतिस्पर्धा के कारण कंपनी को यह घाटा झेलना पड़ा है, और आगे की चुनौतियां बनी रह सकती हैं। निवेशकों के लिए यह समय सावधानी बरतने का है।
क्या है इसकी पूरी डिटेल जानिए
सीमेंट निर्माता कंपनी सांघी इंडस्ट्रीज ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (सितंबर) में कुल 152 करोड़ रुपये की कमाई दर्ज की, जो पिछले साल की समान तिमाही में 181 करोड़ रुपये थी। इस साल कंपनी की कमाई में लगभग 16% की गिरावट दर्ज की गई है।
हालांकि, कंपनी ने ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले 3.1 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, जो पिछले वर्ष की तुलना में सुधार दर्शाता है, क्योंकि पिछले साल इसी तिमाही में परिचालन घाटा 27.9 करोड़ रुपये था। उल्लेखनीय है कि सांघी इंडस्ट्रीज, अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड की सहायक कंपनी है।
जानिए कंपनी के शेयरों के बारे में
सांघी इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयरों में इस साल अब तक लगभग 40% की गिरावट आ चुकी है। सालभर में 32% और पिछले छह महीने में 20% की गिरावट दर्ज करते हुए यह शेयर निवेशकों के लिए निराशाजनक साबित हो रहा है।
हाल ही में कंपनी का 52 सप्ताह का निचला स्तर 74.17 रुपये पर पहुंच गया, जबकि इसी साल जनवरी 2024 में इसका उच्चतम स्तर 156.20 रुपये था। इस तरह, अडानी ग्रुप की इस सीमेंट कंपनी के शेयरों ने एक साल के अंदर निवेशकों को गंभीर झटके दिए हैं।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न पर नज़र डालें तो कंपनी में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 75% है, जबकि पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास 25% की हिस्सेदारी है। सितंबर तिमाही में रिटेल निवेशकों की हिस्सेदारी 24.5% रही। कंपनी के शेयरों में लगातार गिरावट और उतार-चढ़ाव के चलते छोटे निवेशकों के लिए यह एक चिंता का विषय बनता जा रहा है।