जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड (JPVL) को बड़ी राहत हासिल हुई है। आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने खान और भूविज्ञान विभाग (डीएमजी) द्वारा लगाए गए ₹1334 करोड़ के भारी-भरकम जुर्माने पर रोक लगा दी है। यह मामला अवैध रेत खनन, भंडारण, परिवहन और बिक्री से संबंधित था। हाईकोर्ट का यह फैसला कंपनी के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि यह जुर्माना कंपनी की वित्तीय स्थिति पर भारी असर डाल सकता था।
क्या है शेयर का हाल जानिए
जयप्रकाश पावर वेंचर्स के शेयरों ने शुक्रवार को निवेशकों को खुशखबरी दी। कंपनी के शेयर में 1% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई और यह ट्रेडिंग के दौरान 19.04 रुपये तक पहुंच गया। हालांकि, दिन के अंत में यह 18.85 रुपये पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के मुकाबले 0.75% की बढ़त को दर्शाता है। फरवरी 2024 में इस शेयर का उच्चतम स्तर 23.99 रुपये रहा, जो इसका 52 हफ्ते का हाई है।
वहीं, पिछले साल दिसंबर में यह शेयर 12.23 रुपये तक गिर गया था, जो इसका 52 हफ्ते का लो है। कंपनी की मौजूदा स्थिति और हाईकोर्ट के फैसले से शेयर में और मजबूती आने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे निवेशक सकारात्मक महसूस कर रहे हैं।
जानिए कंपनी के बारे में
जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने ₹1334 करोड़ के जुर्माने को लेकर अपना पक्ष स्पष्ट किया है। कंपनी ने बताया कि यह मामला मई 2023 का है, जब रेत खनन के लिए पट्टे की अवधि समाप्त हो गई थी। खनन कार्य पूरा करने के बाद कंपनी ने साइट को संबंधित विभाग को सौंप दिया था, जिसे बाद में दूसरी पार्टियों को आवंटित कर दिया गया। कंपनी का कहना है कि पट्टा समाप्त होने और उनकी भागीदारी खत्म होने के लंबे समय बाद यह मांग नोटिस जारी किया गया, जो अनुचित है।