अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस समूह की कंपनी रिलायंस पावर के शेयरों में आज 5% का अपर सर्किट लगा है। इसके चलते शेयर का भाव 35.91 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गया। इस तेजी का मुख्य कारण कंपनी द्वारा हाल ही में किए गए प्रबंधन स्तर के बदलाव माने जा रहे हैं। पिछले कुछ समय से यह शेयर दबाव में था और एक महीने में करीब 15% तक टूट चुका था।
हालांकि, सालभर में निवेशकों को इसमें 62% का मुनाफा हुआ है। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह शेयर कभी बड़ा नुकसानदेह साबित हुआ था, क्योंकि 2008 में 275 रुपये के स्तर से यह मार्च 2020 में सिर्फ 1.14 रुपये तक गिर गया था।
जानिए इसकी पूरी डिटेल के बारे में
रिलायंस पावर ने अपने निदेशक मंडल का पुनर्गठन करते हुए कुछ अहम बदलाव किए हैं। कंपनी ने घोषणा की है कि मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) अशोक पाल को प्रमोशन देकर कार्यकारी निदेशक बनाया गया है। इसके अलावा सासन पावर लिमिटेड के पूर्णकालिक निदेशक और CEO सचिन महापात्रा तथा कंपनी विकास मामलों के अध्यक्ष हरमनजीत सिंह नागी को अतिरिक्त निदेशक के रूप में शामिल किया गया है। इन बदलावों का उद्देश्य कंपनी के संचालन को और मजबूत करना और दीर्घकालिक विकास को गति देना है।
क्या रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में क्या क्या बदलाव हुआ जानिए
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने अपने निदेशक मंडल में बड़े बदलाव किए हैं, जिसके बाद इसके शेयरों में 5% की बढ़ोतरी देखी गई। कंपनी ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमोट करते हुए पार्थ शर्मा, जो समूह के कंपनी विकास मामलों के अध्यक्ष हैं, को अतिरिक्त निदेशक के रूप में नियुक्त किया है।
यह बदलाव रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर, दोनों कंपनियों के लिए नेतृत्व को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। रिलायंस समूह ने कहा कि इस पुनर्गठन का उद्देश्य एक युवा और गतिशील टीम को नेतृत्व देना है, जिससे कंपनी के 2030 के विकास लक्ष्यों को प्राप्त किया जा सके। बोर्ड में इस तरह के बदलाव निवेशकों को सकारात्मक संकेत देते हैं और कंपनी की भविष्य की रणनीतियों को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।