टाटा पावर के शेयर कारोबार के दौरान 2% की उछाल के साथ ₹447.70 के इंट्रा-डे उच्च स्तर पर पहुंच गए। यह तेजी ब्रोकरेज हाउस मॉर्गन स्टेनली की ओर से दिए गए सकारात्मक रेटिंग के कारण देखने को मिली। मॉर्गन स्टेनली ने टाटा पावर के लिए ‘ओवरवेट’ रेटिंग देते हुए ₹583 का टारगेट प्राइस तय किया है। पिछले पांच दिनों में कंपनी के शेयरों ने 5% का रिटर्न दिया है, जबकि महीनेभर में यह 2% बढ़ा है। अगर पूरे साल की बात करें, तो इस शेयर ने अब तक 34% और पिछले एक साल में 32% की तेजी दिखाई है।
जानिए कंपनी की बड़ी योजना के बारे में
टाटा पावर ने राजस्थान में ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए 1.2 लाख करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। कंपनी राज्य में सोलर प्लांट्स, पवन ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग नेटवर्क पर जोर दे रही है। टाटा पावर के सीईओ और एमडी प्रवीर सिन्हा ने राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन में बताया कि यह निवेश राजस्थान को बिजली अधिशेष राज्य बनाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
इस परियोजना के तहत कंपनी 75,000 करोड़ रुपये की लागत से बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर में सौर और पवन ऊर्जा संयंत्र लगाएगी। इसके अलावा, छतों पर सोलर प्लांट और ईवी चार्जिंग नेटवर्क भी विकसित किए जाएंगे। टाटा पावर का लक्ष्य 2030 तक अपनी क्षमता को दोगुना कर 32 गीगावाट तक पहुंचाना है। इस पहल से न केवल हरित ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि राजस्थान में रोजगार और विकास के नए अवसर भी सृजित होंगे।
क्या हैं सितंबर तिमाही के नतीजे जानिए
टाटा पावर ने चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 8% की वृद्धि के साथ 1,093.08 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह बढ़त मुख्य रूप से आय में वृद्धि के कारण हुई है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कंपनी का मुनाफा 1,017.41 करोड़ रुपये था।
इस तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 16,210.80 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल की जुलाई-सितंबर अवधि में 16,029.54 करोड़ रुपये थी। टाटा पावर का यह प्रदर्शन न केवल उसकी मजबूत वित्तीय स्थिति को दर्शाता है, बल्कि यह निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत भी है।