इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (IREDA) के लिए बड़ी खबर आई है। बुधवार को कंपनी को डिपार्टमेंट ऑफ इनवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) से 4500 करोड़ रुपये जुटाने की हरी झंडी मिल गई है। यह फंड क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए जुटाया जाएगा, जिससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। इस फैसले के बाद सरकार अपनी 7 प्रतिशत हिस्सेदारी कम करने की योजना बना रही है। इरेडा 4500 करोड़ रुपये की फ्रेश इक्विटी जारी कर फंड जुटाएगा, जो कंपनी की विस्तार योजनाओं और नई परियोजनाओं के लिए फायदेमंद साबित होगा।
क्या मिल चुकी है बोर्ड की मंजूरी जानिए
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा) को 4500 करोड़ रुपये जुटाने की बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है। DIPAM ने उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है, जिससे अब सरकार इरेडा में अपनी 7 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच सकेगी। कंपनी यह फंड एक बार या कई बार में जुटा सकती है। अगस्त 2024 में इरेडा के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO), राइट्स इश्यू, प्रेफरेंशियल इश्यू या अन्य माध्यमों से फंड जुटाने को मंजूरी दी थी। वर्तमान में, इरेडा में सरकार की 75 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
इरेडा के शेयरों में जबरदस्त बढ़त निवेशकों का पैसा हुआ दोगुना
इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (इरेडा) के शेयरों में इस साल जबरदस्त बढ़त देखने को मिली है। बुधवार को इरेडा का शेयर 0.11% गिरकर 227.50 रुपये पर बंद हुआ, लेकिन जनवरी से अब तक इसमें 120% की तेजी आई है। इसका मतलब है कि जिन्होंने शुरुआत में निवेश किया था, उनका पैसा अब दोगुना हो चुका है। बीएसई में कंपनी का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 310 रुपये और न्यूनतम स्तर 49.99 रुपये रहा है। इरेडा का मार्केट कैप 61,146.65 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है, जो निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है।
क्या IPO पिछले वर्ष आया था जानें
इरेडा का आईपीओ नवंबर 2023 में आया था, जिसमें इश्यू प्राइस 32 रुपये प्रति शेयर था। हालांकि, अपने ऑल टाइम हाई 310 रुपये से शेयर 27 प्रतिशत गिर चुके हैं, लेकिन अब भी ये इश्यू प्राइस से करीब 7 गुना अधिक पर ट्रेड कर रहे हैं। कंपनी के शानदार प्रदर्शन ने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया है।