जानें 3kW सोलर सिस्टम लगवाने में कितना आएगा खर्चा और क्या मिलेगा सब्सिडी ?

अगर आप अपने घर के बिजली बिलों को कम करना चाहते हैं, तो 3kW सोलर सिस्टम एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यह सिस्टम आपके घर की लगभग सभी बिजली की जरूरतें पूरी करने में सक्षम है, जैसे कि पंखे, एलईडी लाइट्स, फ्रिज, टीवी और एयर कंडीशनर तक को चलाने में मदद करता है। सोलर पैनल इंस्टॉल कराने पर सरकार की तरफ से सब्सिडी का लाभ भी मिलता है, जिससे शुरुआती लागत काफी कम हो जाती है।

सरकार द्वारा सोलर पैनल लगाने को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा रही है ताकि लोग अपने घरों में इसका अधिक से अधिक उपयोग करें और बिजली की बचत कर सकें। सोलर सिस्टम एक बार लगाने के बाद इसकी मेंटेनेंस कम होती है और लंबे समय तक बिना किसी परेशानी के काम करता है।

जानिए 3kW सोलर सिस्टम के बारे में 

अगर आपके घर या दफ्तर में प्रतिदिन 13 से 15 यूनिट बिजली की खपत होती है, तो 3kW सोलर सिस्टम एक अच्छा विकल्प है। इस क्षमता का सोलर सिस्टम आपके बिजली खर्च को काफी कम कर सकता है और घरेलू या व्यावसायिक उपकरणों को सुचारु रूप से चला सकता है।

आज बाजार में कई विश्वसनीय ब्रांड के सोलर पैनल, इन्वर्टर और बैटरी उपलब्ध हैं, जो आपको बेहतर गुणवत्ता और टिकाऊ प्रदर्शन प्रदान करते हैं। इसके साथ ही, अधिकांश कंपनियाँ सोलर उपकरणों पर वारंटी भी देती हैं, जिससे सिस्टम की विश्वसनीयता बनी रहती है।

3kW सोलर सिस्टम के प्रकार के अनुसार कीमतें क्या क्या हैं जानिए 

अगर आप अपने घर या ऑफिस के लिए 3kW सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसकी कीमत सिस्टम के प्रकार पर निर्भर करती है। हर प्रकार के सोलर सिस्टम की अपनी खासियतें हैं, 

1. ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम- यह सिस्टम बिजली ग्रिड से कनेक्ट होता है और इसकी औसतन कीमत 1,35,000 रुपये से 1,95,000 रुपये तक होती है। यह उन इलाकों में उपयुक्त है जहां बिजली कटौती कम होती है।

2. ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम- बिजली कटौती वाले इलाकों के लिए यह आदर्श है, क्योंकि इसमें बैटरी का उपयोग होता है। इसकी कीमत 1,65,000 रुपये से 2,40,000 रुपये के बीच होती है। 3. हाइब्रिड सोलर सिस्टम-यह सिस्टम ऑन-ग्रिड और ऑफ-ग्रिड दोनों का मिश्रण है, जिसमें बैटरी बैकअप भी शामिल होता है। इसकी कीमत 1,80,000 रुपये से 2,70,000 रुपये तक होती है।

जानिए ऑन-ग्रिड  सिस्टम में इनवर्टर के बारे में

ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम के लिए इनवर्टर का चुनाव एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जो आपके सोलर सिस्टम की दक्षता और लागत को प्रभावित करता है। बाजार में मुख्य रूप से दो प्रकार के इनवर्टर उपलब्ध हैं: PWM (पल्स वाइड मॉड्यूलेशन) और MPPT (मैक्सिमम पावर पॉइंट ट्रैकिंग)। PWM इनवर्टर पारंपरिक तकनीक पर आधारित है, जो केवल वोल्टेज को नियंत्रित करता है।

इसे पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल के साथ उपयोग करने पर लगभग 1,25,000 रुपये का खर्च आता है। यह विकल्प बजट-फ्रेंडली है, लेकिन इसकी ऊर्जा उत्पादन क्षमता थोड़ी सीमित होती है। वहीं, MPPT इनवर्टर उन्नत तकनीक पर आधारित है, जो वोल्टेज और करंट दोनों को नियंत्रित करता है, जिससे अधिक ऊर्जा प्राप्त होती है।

इसे मोनो PERC हाफ-कट टेक्नोलॉजी वाले सोलर पैनल के साथ उपयोग किया जा सकता है, जिसकी कीमत लगभग 1,65,000 रुपये होती है। यह विकल्प अधिक कुशल और लंबे समय तक लाभकारी होता है, खासकर उन स्थानों के लिए जहाँ सौर ऊर्जा की निरंतरता आवश्यक है।

Prashant Raghav is Finance content creator and covering latest share news, Solar News and green energy news from last 2 year. Prashant's strong writing skills and Financial knowledge make his content informative and engaging for readers. Contact: [email protected]

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