सोलर पैनल न केवल दिन के समय में ही बिजली उत्पन्न करते हैं, बल्कि रात के समय भी आप इनका उपयोग करके अपने घर के सभी उपकरणों को चला सकते हैं। यह सम्भव है ध्यान से चयनित इनवर्टर और बैटरी सिस्टम के माध्यम से। जब सौर ऊर्जा बिजली उत्पन्न करती है, तो यह उत्पन्न हुई बिजली तुरंत उपयोग के लिए इनवर्टर में चली जाती है और बैटरी में भी भर जाती है।
इस तरह, जब रात के समय पैनल से कोई बिजली उत्पन्न नहीं होती, तो बैटरी से उत्पन्न बिजली का उपयोग किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में, सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली को इनवर्टर के माध्यम से सीधे अपने घर के उपकरणों में उपयोग किया जा सकता है।
जब सोलर पैनल से बिजली उत्पन्न नहीं होती है, तो उपकरणों को चलाने के लिए बैटरी का उपयोग किया जाता है। यह तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा डिज़ाइन किए गए सिस्टम में समाहित होती है ताकि दिन और रात दोनों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित रहे।
सोलर पैनल से बिजली बिल को शून्य करने का सही समय पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना
सोलर पैनल से बिजली बिल को शून्य करना अब और भी संभव है, ध्यान देने वाली खुशखबरी है कि भारत सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत। इस योजना के अंतर्गत, गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को सस्ते दामों पर सोलर पैनल खरीदने का और साथ ही 60% तक की सब्सिडी प्राप्त करने का मौका मिल रहा है।
इस योजना के द्वारा, सरकार ने सोलर पैनल के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह न केवल बिजली खर्च को कम करने में मदद करेगा, बल्कि पर्यावरण को भी स्वच्छ बनाए रखने में सहायक होगा। सोलर पैनल की खरीद पर दी जाने वाली सब्सिडी से, आम लोग अब सस्ते दामों पर इस ऊर्जा स्रोत का लाभ उठा सकते हैं और अपने घर के बिजली बिल को कम कर सकते हैं।
सोलर पैनल दिन और रात दोनों में बिजली की आपूर्ति
सोलर पैनल से केवल दिन के समय में ही बिजली प्राप्त करना एक मिथक है। वास्तव में, सोलर पैनल से पैदा की गई बिजली का उपयोग रात के समय में भी किया जा सकता है। इसके लिए, दो प्रकार के सोलर मॉड्यूल लगाए जाते हैं।
ऑन ग्रिड सोलर पैनल और ऑफ ग्रिड सोलर पैनल। इस प्रकार के सोलर सिस्टम में, सोलर पैनल से पैदा की गई बिजली को नेट मीटर के माध्यम से सीधे बिजली के तार के माध्यम से डिस्कॉम तक पहुंचाया जाता है। इसमें बैटरी की आवश्यकता नहीं होती है और आप अपने उपकरणों को सीधे सोलर पैनल से चला सकते हैं। यह सोलर सिस्टम में बैटरी का उपयोग किया जाता है।
सोलर पैनल से पैदा की गई बिजली को बैटरी में भरकर स्टोर किया जाता है, जिसे रात के समय में उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के सिस्टम में, आप रात के समय में भी एसी, पंखे और अन्य उपकरणों को सोलर ऊर्जा का उपयोग करके चला सकते हैं।
रात के समय सोलर पैनल से बिजली कैसे मिलेगी?
सोलर पैनल से रात के समय में बिजली प्राप्त करने के लिए आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं। जब आप एक ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगाते हैं, तो सोलर पैनल से प्राप्त बिजली को बैटरी में स्टोर किया जाता है। इस बिजली का उपयोग रात के समय में उपकरणों को चलाने के लिए किया जा सकता है।
धारण कीजिए की आपकी सोलर सिस्टम ने दिन में 10 यूनिट बिजली पैदा की है, जिसमें से आपने केवल 4 यूनिट का उपयोग किया है। बाकी 6 यूनिट की बिजली आपकी बैटरी में स्टोर हो जाएगी। इस बिजली का उपयोग रात के समय में आप अपने उपकरणों को चलाने के लिए कर सकते हैं।
सोलर पैनल रात में बिजली का सही संप्रेषण
इस आलेख में हमने देखा कि सोलर पैनल से रात के समय में भी बिजली प्राप्त की जा सकती है। ऑफ ग्रिड और ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के माध्यम से, सोलर पैनल से पैदा की गई बिजली को स्टोर किया जा सकता है और इसे रात के समय में उपयोग किया जा सकता है। यह एक प्रभावी और बचतपूर्ण तरीका है जिससे घरेले उपकरणों को चलाने के लिए बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है।
यह भी पढ़ें: