प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 1 करोड़ से अधिक परिवारों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। यह योजना देश में सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए लागू की गई है। हालांकि, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अभी भी जारी है, लेकिन एक छोटी सी गलती आपकी सब्सिडी रद्द करा सकती है।
इसलिए इस लेख को ध्यान से पढ़ें और आवेदन करते समय इन सामान्य गलतियों से बचें। इस योजना के तहत सोलर पैनल इंस्टॉल करने के 30 दिनों के भीतर सब्सिडी की राशि लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है। लेकिन यदि आपसे आवेदन या दस्तावेज़ी प्रक्रिया में कोई चूक हो गई, तो आपको यह लाभ नहीं मिलेगा।
किन लोगों को प्राप्त होता है सोलर रूफटॉप सब्सिडी जानिए
दोस्तों, सरकार ने सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए पीएम सूर्य घर योजना शुरू की है, जिसके तहत लाभार्थियों को अब पहले के मुकाबले करीब डेढ़ गुना अधिक सब्सिडी मिल रही है। इस योजना से गरीब और मध्यम आय वर्ग के परिवारों को काफी राहत मिली है। हालांकि, सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण नियम तय किए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है।
केवल उन्हीं परिवारों को सब्सिडी का लाभ मिलेगा, जिनकी आय सीमा सरकार द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार है। इस योजना का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा, जिनके पास अपने नाम का मकान है।मकान की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए पर्याप्त स्थान होना चाहिए। जो परिवार किराए के मकान में रहते हैं, वे इस योजना के पात्र नहीं हैं।
सोलर रूफटॉप सब्सिडी रद्द होने के 5 मुख्य कारण क्या क्या हैं जानिए
अगर आप प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत सोलर रूफटॉप सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको आवेदन प्रक्रिया के दौरान कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा। कई बार छोटी-छोटी गलतियां सब्सिडी रद्द होने का कारण बन जाती हैं। नीचे दिए गए 5 मुख्य कारणों को जानकर आप इनसे बच सकते हैं।
सब्सिडी के लिए आवेदन करते समय बिजली का बिल सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। अगर आपके बिजली बिल में गलत नाम या पता दर्ज है, तो इसे पहले सही करवाना जरूरी है। सही जानकारी के बिना आवेदन निरस्त हो सकता है।जिस व्यक्ति के नाम पर बिजली का बिल है, उसी नाम से बैंक में सेविंग खाता होना चाहिए। अगर आपके पास करेंट खाता है, तो उसमें सब्सिडी की राशि ट्रांसफर नहीं होगी।
इसलिए आवेदन के लिए सेविंग खाता अनिवार्य है। फॉर्म भरते समय बैंक खाता नंबर और नाम में की गई कोई भी गलती आपकी सब्सिडी को रद्द करवा सकती है। साथ ही, यह सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के लिए सक्रिय है।सरकार सब्सिडी की राशि डीबीटी के जरिए ट्रांसफर करती है। अगर आपके खाते में डीबीटी सक्रिय नहीं है, तो सब्सिडी नहीं मिल पाएगी। इसके लिए बैंक जाकर अपना केवाईसी जरूर कराएं।
सरकार केवल ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम पर सब्सिडी प्रदान करती है। यदि आप बैटरी आधारित सोलर सिस्टम लगवाते हैं, तो आपको सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए सही सोलर सिस्टम का चयन करना बेहद जरूरी है।