जानें! 1.5 Ton AC के लिए हमें कितने किलोवाट का सोलर पैनल चाहिए? – पूरी डिटेल्स…

आज के दौर में पूरे देश में बिजली की दरें तेजी से बढ़ रही हैं। इस महंगाई के साथ-साथ बिजली कटौती की समस्या भी आम हो गई है। ऐसे में गर्मियों के मौसम में लोग राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (एसी) चलाते हैं, लेकिन बिजली की अनियमित आपूर्ति और बढ़ते बिलों के चलते यह भी मुश्किल हो जाता है।

बिजली की बढ़ती दरों और कटौती की समस्याओं से जूझते हुए लोग अब अपने घरों में सोलर पैनल लगाने की ओर रुख कर रहे हैं। सोलर पैनल न केवल एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है, बल्कि यह बिजली की बढ़ती लागत से भी राहत दिलाता है। एक बार सोलर पैनल लग जाने के बाद बिजली के बिल में कमी आती है और बिजली कटौती का भी असर कम हो जाता है।

क्या-क्या सवाल होते हैं जानिए 

अगर आप अपने एसी को सोलर सिस्टम से चलाने का विचार कर रहे हैं, तो यकीनन आपके मन में कई सवाल होंगे। इंटरनेट पर कई सलाह मिलती हैं, जिससे कभी-कभी उलझन बढ़ जाती है। कुछ लोग कहते हैं कि एसी को सीधे सोलर पैनल से चलाया जा सकता है, तो कुछ का कहना होता है कि इसके लिए आपको बैटरी की जरूरत होगी। 

आम तौर पर, सोलर पैनल से एसी चलाने के लिए एक सशक्त सोलर सिस्टम की आवश्यकता होती है। इसमें लगभग 3 किलोवाट का सोलर पैनल सिस्टम जरूरी होता है, ताकि एसी सही से चल सके और अन्य उपकरणों की भी बिजली जरूरत पूरी हो सके।

सोलर पैनल से एसी चलाने के सवालों के जवाब

आज हम आपको सोलर पैनल से एसी चलाने के बारे में कुछ बताने वाले हैं जैसे कि दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर जैसे टियर 1 और टियर 2 शहरों के लोग, जो एसी का उपयोग अधिक करते हैं, बिजली कटौती और महंगे बिजली बिल से परेशान रहते हैं। इन सवालों के जवाब जानने के लिए लोग इंटरनेट की मदद लेते हैं। टियर 3 शहरों और गांवों में लोग मुख्यतः कूलर या पंखे का उपयोग करते हैं। 

एसी के लिए सोलर पैनल कितना आएगा खर्च

अगर आप अपने घर में एसी का उपयोग कर रहे हैं, तो इसका बिजली बिल काफी बढ़ सकता है। एक टन का एसी चलाने के लिए हर दिन आपको 100 से 150 रुपये का खर्च आता है। अप्रैल से सितंबर तक, जब एसी का उपयोग सबसे ज्यादा होता है, कम से कमसाल में 6 महीना एक का उपयोग होता है।

ज्यादातर लोग अप्रैल से सितंबर तक ऐसी चालू रखते हैं तब आपका मासिक बिजली बिल 2500 से 3000 रुपये तक बढ़ सकता है। इसके अलावा, घर की अन्य बुनियादी जरूरतें जैसे टीवी, लाइट, और पंखे के लिए हर महीने लगभग 1000 रुपये का अतिरिक्त बिल आता है। यह अनुमान एक 3 BHK घर के लिए है।

बिजली बिल से छुटकारा पाने का समाधान क्या है

यदि आप हर महीने भारी बिजली बिल और बिजली कटौती से परेशान हैं, तो सोलर सिस्टम अपनाना एक उत्तम समाधान हो सकता है। आपको बाजार में तीन तरह के सोलर सिस्टम देखने को मिलते हैं। जैसे कि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम तथा का ग्रिड सोलर सिस्टम और एक होता है हाइब्रिड सोलर सिस्टम।आपकी अपनी जरूरतों और बजट के अनुसार सही सोलर सिस्टम को चुन सकते हैं।और बिजली के खर्च और कटौती की समस्याओं से छुटकारा पाएं।

सोलर सिस्टम के क्या-क्या कार्य हैं जाने 

बिजली बिल और बिजली कटौती की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए सोलर सिस्टम एक बेहतरीन समाधान है। बाजार में तीन प्रकार के सोलर सिस्टम उपलब्ध हैं।ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम। 

ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम आपके नेट मीटर से जुड़ा होता है। दिन के समय में सोलर पैनल से उत्पन्न बिजली का उपयोग पहले आपके घर में होता है और यदि अतिरिक्त बिजली बनती है, तो वह ग्रिड में भेज दी जाती है। इससे आपको क्रेडिट मिलता है और आपके बिजली बिल में कमी आती है। यह सिस्टम बिजली कटौती के दौरान काम नहीं करता, इसलिए इसे उन क्षेत्रों में प्राथमिकता दी जाती है जहां बिजली की आपूर्ति नियमित होती है।

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Prashant Raghav is Finance content creator and covering latest share news, Solar News and green energy news from last 2 year. Prashant's strong writing skills and Financial knowledge make his content informative and engaging for readers. Contact: [email protected]

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