Solar AC: गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है और एसी चलने लगे हैं, जिससे बिजली के भारी बिल का डर भी सताने लगा है। कोरोना वायरस के चलते लोग घरों में बंद हैं, जिससे बिजली की खपत और बढ़ जाएगी। बिजली बिल की चिंता को कम करने के लिए सोलर एसी एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
अब समय आ गया है कि हम क्लीन एनर्जी की ओर बढ़ें। धीरे-धीरे ही सही, लेकिन लोग सोलर एनर्जी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। बाजार में अब सोलर एसी की अच्छी रेंज उपलब्ध है, जिन्हें सूरज की ऊर्जा से चलाया जा सकता है।
सोलर एसी न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह आपके बिजली बिल को भी काफी हद तक कम कर सकता है। सोलर एसी का उपयोग करना एक स्मार्ट कदम है, खासकर उन लोगों के लिए जो बिजली के भारी बिल से परेशान हैं।
सूरज की शक्ति का उपयोग कर, आप अपने घर को ठंडा रख सकते हैं और साथ ही बिजली बचत भी कर सकते हैं। सोलर एसी का चलन बढ़ने के साथ, यह निश्चित रूप से एक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प बनता जा रहा है।
सोलर एसी: गर्मियों में ठंडक के साथ बिजली बिल की बचत
सोलर एसी, जैसे सामान्य एसी, 1 टन, 1.5 टन और 2 टन की क्षमता में उपलब्ध होते हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही टन का चुनाव कर सकते हैं। सोलर एसी इन्वर्टर एसी की तरह होते हैं, जिनमें वैरिएबल स्पीड वाला कंप्रेसर लगा होता है।
यह कंप्रेसर तापमान के अनुसार अपनी पावर खपत को बढ़ाता और घटाता है। जब कमरे का तापमान 40 डिग्री से अधिक हो जाता है, तब कंप्रेसर हाई स्पीड पर चलता है, जिससे बिजली की खपत अधिक होती है। वहीं, जब कमरे का तापमान कम हो जाता है, तो कंप्रेसर धीमी गति पर चलता है, जिससे बिजली की खपत कम हो जाती है।
सोलर एसी की कीमत सामान्य एसी की तुलना में थोड़ी ज्यादा होती है, लेकिन यह दीर्घकालिक निवेश के रूप में फायदेमंद साबित होती है। जैसा कि कहावत है, “सस्ता रोए बार-बार और महंगा रोए एक बार,” सोलर एसी खरीदने पर आपके बिजली बिल में 90 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है।
सोलर एसी का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह सूरज की ऊर्जा का उपयोग करता है, जिससे आपकी बिजली की खपत बहुत कम हो जाती है और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं होता।
बिजली का बिल कैसे कम करें: सोलर एसी का इस्तेमाल करें
अगर आप रात या दिन में एसी चलाते हैं, तो आपके बिजली का बिल आमतौर पर 10-12 यूनिट तक पहुँच सकता है। यदि हम 7 रुपये प्रति यूनिट की गणना करें, तो आपका रोजाना का बिल 70-84 रुपये के बीच हो सकता है। मासिक आधार पर, यह 2100 रुपये से 2500 रुपये के करीब का हो जाएगा।
लेकिन, एसी के लिए सोलर विकल्प का चयन करके आप इस बिल को काफी कम कर सकते हैं। सोलर एसी का उपयोग करने से आपका बिजली का बिल नहीं के बराबर आएगा। यह आपकी बचत को मदद करेगा।
भारत में, एसी का उपयोग अप्रैल से जुलाई के बीच अधिक होता है, जिसका मतलब है कि इन चार महीनों में आप 8000-10000 रुपये तक की बिजली की बचत कर सकते हैं। सोलर एसी का उपयोग करके, आप बिजली के बिल को कम करने के साथ-साथ पर्यावरण को भी सहारा दे रहे हैं।
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