भारत सरकार द्वारा शुरू की गई पीएम कुसुम योजना का उद्देश्य किसानों को सोलर पंप की सहायता देकर सिंचाई में मदद करना है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है, ताकि वे कम लागत में सिंचाई की सुविधा प्राप्त कर सकें। अधिक से अधिक किसान इस योजना का लाभ उठा सकें, इसलिए आवेदन की अंतिम तिथि को एक बार फिर से बढ़ा दिया गया है।
इस योजना के तहत जिन किसानों के आवेदन पहले अस्वीकृत हो गए थे, वे अब फिर से आवेदन कर सकते हैं। पीएम कुसुम योजना से न केवल सिंचाई लागत में कमी आती है बल्कि किसानों की आय भी बढ़ती है। अगर आप किसान हैं और इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो बढ़ाई गई तिथि का लाभ उठाते हुए जल्द से जल्द आवेदन करें।
पीएम-कुसुम योजना के लिए क्या क्या पत्रता हैं जानिए
किसानों की सहायता के उद्देश्य से चल रही पीएम-कुसुम योजना के तहत सौर पंप सब्सिडी के लिए आवेदन की प्रक्रिया को पुनः चालू किया गया है। मार्च 2024 में, राजस्थान बागवानी विभाग द्वारा योजना के अंतर्गत किए गए आवेदनों की समीक्षा के दौरान कई आवेदनों में आवश्यक दस्तावेजों की कमी पाई गई थी। इस कारण इन अधूरे आवेदनों को नागरिक के पास वापस स्थिति में रखा गया था और किसानों को मोबाइल संदेश भेजकर सूचित भी किया गया था कि वे अपने आवेदन को पूरा करें।
अब जिन किसानों के आवेदन पहले अधूरे थे या जो पहले समय सीमा के कारण आवेदन नहीं कर पाए, उनके पास एक और मौका है। बागवानी विभाग के श्रीगंगानगर के उप निदेशक केशव कलिराना के अनुसार, ऐसे किसान अपने दस्तावेज़ों को 10 DEC, 2024 तक ‘राज किसान साथी पोर्टल’ पर दोबारा अपलोड कर सकते हैं।
कैसे किया जाय सोलर पंप सब्सिडी के लिए आवेदन जानिए
अगर आप किसान हैं और सोलर पंप सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, तो पीएम-कुसुम योजना के तहत आवेदन करना आसान है।
- सबसे पहले, आप अपने नजदीकी ‘ई-मित्र’ केंद्र पर जाकर या अपने स्मार्टफोन से ‘राज किसान साथी पोर्टल’ पर लॉगिन करें।
- वहां पर आपको अपने आवेदन को फिर से खोलकर जरूरी दस्तावेज़ अपलोड करने का विकल्प मिलेगा।
- आवेदन के लिए आपको भूमि स्वामित्व का प्रमाणपत्र, खेत का नक्शा, और खेत में बिजली न होने का एक हलफनामा जमा करना होगा।
- साथ ही, अपनी सिंचाई की ज़रूरत के अनुसार पंप की क्षमता का चयन करना होगा।
- यह योजना किसानों को कम लागत में सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराती है, जिससे उनकी फसल उत्पादन में वृद्धि हो सकती है।