अगर आप एनर्जी शेयरों में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड और आईनॉक्स विंड लिमिटेड के शेयरों पर ध्यान दें। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नुवामा के अनुसार, ये शेयर मौजूदा स्तर से 43% तक बढ़ सकते हैं। नुवामा का मानना है कि वित्तीय वर्ष 2030 तक पवन ऊर्जा की मांग में जबरदस्त उछाल आने की संभावना है।
भारत में स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा की मांग बढ़ती जा रही है, जिससे पवन ऊर्जा कंपनियों के शेयरों में निवेशकों के लिए अच्छा अवसर बन रहा है। सुजलॉन एनर्जी और आईनॉक्स विंड जैसी कंपनियां अपने मजबूत बुनियादी ढांचे और विस्तार योजनाओं के कारण इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।
जानिए टारगेट प्राइस के बारे में
अगर आप ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करना चाहते हैं, तो सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड और आईनॉक्स विंड लिमिटेड के शेयरों पर ध्यान दें। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने सुजलॉन पर “बाय” रेटिंग दी है और ₹53 के टारगेट प्राइस के साथ कवरेज शुरू किया है।
इसका मतलब है कि मंगलवार के बंद प्राइस ₹43.96 से 20% की संभावित बढ़ोतरी हो सकती है। बुधवार को सुजलॉन एनर्जी के शेयर में 4% से अधिक की तेजी देखी गई और यह इंट्रा डे में ₹45.95 पर ट्रेड कर रहा था।
इसी तरह, नुवामा ने आईनॉक्स विंड पर भी “बाय” रेटिंग दी है और ₹193 के टारगेट प्राइस के साथ कवरेज शुरू किया है, जो मौजूदा कीमत से 43% की संभावित बढ़ोतरी दर्शाता है। हालांकि, आज आईनॉक्स विंड के शेयर में गिरावट देखी गई और यह ₹134.15 के इंट्रा डे लो पर पहुंच गया था।
सुजलॉन एनर्जी पर ब्रोकरेज की राय क्या है जानें
सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड भारतीय पवन टरबाइन जेनरेटर बाजार में लगभग 30% बाजार हिस्सेदारी के साथ प्रमुख भूमिका में है। यह कंपनी भारत में केवल दो पवन ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) आपूर्तिकर्ताओं में से एक है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा का मानना है कि सुजलॉन अपनी बाजार नेतृत्व स्थिति को बनाए रखने में सक्षम है। इस कंपनी की ऑर्डर बुक और मुनाफा वित्तीय वर्ष 2024 से 2027 के दौरान क्रमशः 21% और 61% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ने की संभावना है।
देखिए क्या है आईनॉक्स विंड पर ब्रोकरेज की राय
आईनॉक्स विंड के संबंध में ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया है। नुवामा के अनुसार, वार्षिक पवन ऊर्जा की मांग 12 गीगावॉट से अधिक हो गई है, और इस दौरान आईनॉक्स विंड ने डाउन-साइकल में भी लगभग 15% की बाजार हिस्सेदारी को बनाए रखा है।
ब्रोकरेज का मानना है कि ऋण-इक्विटी अनुपात में सुधार, ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन) क्षमताओं और ओएंडएम (ऑपरेशन एंड मेंटेनेंस) सेवाओं में 30% से अधिक के ईबीआईटीडीए मार्जिन के कारण आईनॉक्स विंड की ऑर्डर बुक और राजस्व में तेजी आएगी।
नुवामा को उम्मीद है कि आईनॉक्स विंड की ऑर्डर बुक और राजस्व वित्तीय वर्ष 2024 से 2027 के दौरान क्रमशः 44% और 73% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेंगे।
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