सोलर ऊर्जा का उपयोग करके बिजली उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने सोलर रूफटॉप स्कीम को शुरू किया है, जो उपयोगकर्ताओं को सस्ती बिजली का लाभ उठाने का अवसर प्रदान करता है। यह स्कीम भारतीय नागरिकों के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प है जो बिजली खरीदने में खर्च को कम करना चाहते हैं।
सोलर रूफटॉप स्कीम के तहत, सरकार सब्सिडी प्रदान करती है ताकि लोग सोलर पैनल लगा सकें और अपने घरों या व्यापारिक स्थानों पर स्वयं बिजली उत्पादित कर सकें। इसके अलावा, सोलर ऊर्जा का उपयोग करने से पर्यावरण को भी बचाव मिलता है, क्योंकि यह शानदार विकल्प प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग करता है जो वायु प्रदूषण को कम करता है।
इस स्कीम में सबसे अधिक सब्सिडी उन लोगों को मिलती है जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं या जो अनुसूचित जातियों, ट्राइबल कम्युनिटीज़ और अन्य छोटे जातियों से संबंधित हैं। इसके साथ ही, समाज के अन्य वर्गों के लिए भी सब्सिडी की विभिन्न श्रेणियाँ होती हैं ताकि सभी लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।
सोलर रूफटॉप स्कीम का उद्देश्य देश में बिजली की उपलब्धता को बढ़ाना है और साथ ही नए और सुरक्षित ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित करना है। इससे लोगों को ऊर्जा के मामले में स्वायत्ता मिलती है और साथ ही साथ पर्यावरण की रक्षा की जाती है।
सौर ऊर्जा नई रूफटॉप स्कीम के साथ सस्ती बिजली का अवसर
सरकार द्वारा चलाई जा रही रूफटॉप सोलर स्कीम ने लोगों के लिए एक नई ऊर्जा का स्रोत प्रदान किया है, जो सस्ती और स्वच्छ बिजली का अवसर प्रदान करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जनवरी 2024 को एक करोड़ घरों के लिए नई रूफटॉप सोलर स्कीम का एलान किया, जिसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी को अंतरिम बजट में बताया कि इस नई स्कीम के तहत सोलर पैनल लगाने से सालाना 15,000-18,000 रुपये की बचत हो सकती है।
यह स्कीम लोगों को न केवल बिजली के लागत से छुटकारा दिलाने में मदद करती है, बल्कि उन्हें एक प्राकृतिक और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत का लाभ उठाने का भी मौका प्रदान करती है। सोलर पैनल लगाने से घरों और व्यवसायिक स्थानों का कार्बन प्रतिभूति भी कम होती है, जिससे पर्यावरण को भी लाभ मिलता है।
इस स्कीम के तहत सब्सिडी को सरकार ने विभिन्न वर्गों के लिए उपलब्ध कराया है, जिससे विभिन्न वर्गों के लोग इसका लाभ उठा सकें। इसके साथ ही, इस स्कीम के माध्यम से नई और सुरक्षित ऊर्जा स्रोतों को प्रोत्साहित किया जा रहा है जो देश के ऊर्जा स्वायत्तता को बढ़ावा देता है।
पीएम सूर्य घर नई सब्सिडी के साथ मुफ्त बिजली का अवसर
सरकार द्वारा चलाई गई पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ने लोगों के लिए एक और सुनहरा अवसर प्रदान किया है, जिसमें सब्सिडी को पिछली रूफटॉप सोलर स्कीम की तुलना में 67 फीसदी बढ़ा दिया गया है। MNRE के आंकड़ों के अनुसार, पिछली स्कीम के तहत 3 kW तक प्रति kW 18000 रुपये की सब्सिडी दी जा रही थी, जबकि 4 kW से 10 kW तक 9000 रुपये प्रति kW की सब्सिडी दी जा रही थी।
इस नई योजना में, सरकार ने सब्सिडी को बढ़ाकर लोगों को और अधिक लाभ प्रदान किया है, जिससे उन्हें सोलर पैनल लगाने के लिए कम खर्च आने का अवसर मिलता है। यह योजना बिजली की महंगाई से लड़ने और प्राकृतिक ऊर्जा का उपयोग करने के लिए एक प्रेरणादायक कदम है।
इस सब्सिडी के बढ़ने से, लोगों को सोलर पैनल लगाने की प्रेरणा और साथ ही बिजली खरीदने में भी कमी आने की उम्मीद है। यह एक सकारात्मक कदम है जो लोगों को सस्ती, स्वच्छ, और साथ ही प्राकृतिक ऊर्जा स्रोतों की ओर प्रेरित कर रहा है।
सोलर सिस्टम स्कीम बढ़ी सब्सिडी से सौर ऊर्जा का लाभ
नई सोलर सिस्टम स्कीम के अनुसार, सोलर पैनल लगाने वाले व्यक्तियों को अब और अधिक सब्सिडी का लाभ मिलेगा। एक किलोवाट रूफटॉप सोलर सिस्टम के लिए न्यूनतम सब्सिडी 30,000 रुपये होगी, जो पहले 18,000 रुपये से अधिक है। दूसरे बगीचों के लिए, नई सब्सिडी 60,000 रुपये होगी, जो पहले 36,000 रुपये (18,000 रुपये प्रति किलोवाट) थी।
इसके साथ ही, 3 किलोवाट सोलर सिस्टम लगाने वाले परिवारों को पुरानी स्कीम के तहत 54,000 रुपये के बजाय 78,000 रुपये की सब्सिडी मिलेगी। नई स्कीम में 3 किलोवाट से बड़े सिस्टम के लिए कुल सब्सिडी 78,000 रुपये तय की गई है।
यह स्कीम लोगों को अधिक सब्सिडी के साथ सोलर ऊर्जा का लाभ उठाने का मौका देती है, जिससे उन्हें सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा का लाभ मिलता है। सोलर सिस्टम लगाने से न केवल बिजली की लागत कम होती है, बल्कि पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।
यह भी पढ़ें:
How to apply for the scheme