आज गुरुवार को एक्मे सोलर होल्डिंग्स के शेयर निवेशकों के बीच चर्चा में रहे। कंपनी के शेयर 4% से ज्यादा बढ़कर 279.70 रुपये के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए। इस तेजी की मुख्य वजह एनएचपीसी से मिला 250 मेगावाट का नया ऑर्डर है। यह प्रोजेक्ट फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (FDRE) से जुड़ा है, जिसकी दर 4.56 रुपये प्रति यूनिट तय की गई है।
खास बात यह है कि इसमें ग्रीन-शू विकल्प भी है, जो प्रोजेक्ट की क्षमता को 250 मेगावाट से बढ़ाकर 500 मेगावाट तक कर सकता है। इस नए प्रोजेक्ट के साथ, एक्मे सोलर की कुल क्षमता अब 6,970 मेगावाट हो गई है। हाल ही में लिस्ट हुई इस कंपनी के शेयरों में निवेशकों का भरोसा बढ़ता दिखाई दे रहा है, और यह सोलर एनर्जी सेक्टर में एक मजबूत खिलाड़ी बनकर उभरी है।
जानिए क्या कहा कंपनी ने
एसीएमई सोलर होल्डिंग्स लिमिटेड के सीईओ निखिल ढींगरा ने बताया कि हालिया ऑर्डर ने कंपनी की कुल क्षमता को 7 गीगावॉट तक पहुंचा दिया है। एनएचपीसी के साथ उनका पावर सप्लाई पोर्टफोलियो अब 930 मेगावाट का हो गया है। इसमें से 680 मेगावाट की मौजूदा पीक एफडीआरई क्षमता जल्द ही पावर परचेज एग्रीमेंट (PPA) में परिवर्तित होने की उम्मीद है।
एनएचपीसी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार के साथ 1,280 मेगावाट का पावर सेल एग्रीमेंट (PSA) साइन किया है, जिससे यह प्रक्रिया तेज होने की संभावना है। सीईओ ने बताया कि कंपनी राजस्थान और गुजरात में अपनी पहले से मौजूदा कनेक्टिविटी का उपयोग करके इस नई परियोजना को लागू करेगी। वित्त वर्ष 2027-28 तक इस प्रोजेक्ट के पूरा होने की योजना है। यह कदम एसीएमई सोलर को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में और मजबूत करेगा।
जानिए इसकी पूरी डिटेल
जुलाई से सितंबर तिमाही में एसीएमई सोलर होल्डिंग्स लिमिटेड ने अपने समेकित शुद्ध लाभ में 60% की गिरावट दर्ज की है। कंपनी का मुनाफा घटकर 15.29 करोड़ रुपये रह गया। इसके साथ ही, परिचालन से प्राप्त राजस्व में भी गिरावट देखी गई, जो साल-दर-साल 17% कम होकर 295.14 करोड़ रुपये पर आ गया। यह गिरावट कंपनी के लिए एक चुनौती साबित हो सकती है, खासकर तब, जब सोलर सेक्टर में प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।