पिछले एक साल में सोलर कंपनियों के स्टॉक्स ने इन्वेस्टर्स को शानदार रिटर्न दिया है। रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में हो रही तेज़ी से वृद्धि को देखते हुए एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा। भारत में अंबानी और अडानी जैसे बड़े उद्योगपति भी इस बढ़ते बाजार में हिस्सेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
स्मॉल-कैप सोलर कंपनी वारी रिन्यूएबल टेक्नोलॉजीज ने पिछले एक साल में 1,318% का अद्भुत रिटर्न दिया है। इसी प्रकार, WAA सोलर ने 561% का गेन हासिल किया, जोडिएक एनर्जी ने 393% की बढ़त दर्ज की, और SJVN ने 236% का रिटर्न दिया है।
यह वृद्धि क्लीन एनर्जी सेक्टर में इन्वेस्टर्स की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाती है। ग्लोबल लेवल पर भी रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेज तेजी से बढ़ रहे हैं, जिनमें सोलर एनर्जी सबसे आगे है। आने वाले सालों में यह नई बिजली प्रोडक्शन का सबसे बड़ा स्रोत बनने का अनुमान है।
भारत इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिसका लक्ष्य 2023 तक 340 गीगावॉट की ग्रीन एनर्जी कैपेसिटी हासिल करना है। देश फॉसिल फ्यूल से ग्रीन एनर्जी सिस्टम में ट्रांज़िशन कर रहा है, और इस टारगेट को हासिल करने के लिए लगभग ₹20 लाख करोड़ का बजट निर्धारित किया गया है।
भारत में सोलर एनर्जी की जबरदस्त ग्रोथ के बारे में जानें
पिछले 20 सालों में भारत ने सोलर एनर्जी प्रोडक्शन में बेहतरीन प्रगति की है। 2000 में केवल 0.01 TWh से शुरू होकर 2023 में यह आंकड़ा 113 TWh तक पहुंच गया है। 2023 में, भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए सोलर एनर्जी का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक बनने का अनूठा मील का पत्थर हासिल किया।
भारत के बिजली उत्पादन मिश्रण में सोलर एनर्जी की हिस्सेदारी भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ी है। 2015 में यह केवल 0.5% थी, जो 2023 में बढ़कर 5.8% हो गई है। यह वृद्धि सोलर पैनलों की स्थापना, ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार के निरंतर प्रयासों को दर्शाती है।
कैसे करते हैं सोलर एनर्जी में इन्वेस्टमेंट
सोलर एनर्जी सेक्टर में इन्वेस्टमेंट करना वर्तमान समय में एक बेहतरीन विकल्प है। बड़ी कंपनियां जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा पावर, और अदानी ग्रीन इस सेक्टर में निवेश के लिए सबसे भरोसेमंद मानी जाती हैं। इन कंपनियों की मजबूत वित्तीय स्थिति और लगातार बढ़ती परियोजनाएं इन्वेस्टर्स को आकर्षित करती हैं।
स्टर्लिंग और विल्सन जैसी कंपनियों के पास भी मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन है, जिससे निकट भविष्य में और अधिक ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। मौजूदा बाजार स्थितियों को देखते हुए सोलर स्टॉक्स के रिवैल्यूएशन की संभावना है, जिससे इन्वेस्टर्स को अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम सूर्योदय योजना भी एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के तहत इच्छुक नागरिकों को सोलर पैनल लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है।
इसका उद्देश्य लगभग 1 करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर रिन्यूएबल एनर्जी को बढ़ावा देना है। इस योजना के सफल क्रियान्वयन से सोलर एनर्जी कंपनियों के लिए एक बड़ा बाजार तैयार होगा, जिससे इस सेक्टर में और अधिक निवेश के अवसर पैदा होंगे।
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